मुंबई। रविवार को कांदिवली में यदुवंशियों (Yaduvanshis) के एक कार्यक्रम में कुछ भाजपाइयों. (BJP people)ने यादव समाज के दिग्गज नेता दिवंगत मुलायम सिंह यादव व राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव (Mulayam Singh Yadav and Rashtriya Janata Dal chief Lalu Yadav) पर टिप्पणी कर दी , जिसे लेकर यादव समाज (Yadav society) के लोग भड़क उठे (Yaduvanshis scuffle with BJP people) और कार्यक्रम में कुछ भाजपाइयों की पिटाई कर दी। कई दिग्गज नेताओं के साथ हाथापाई और गालीगलौज तक शुरू हो गई। नाराज यदुवंशियों ने स्टेज पर चढ़कर हंगामा शुरू कर दिया तो कुर्सी टेबल भी फेके गए।
कांदिवली के वृंदावन हॉल में आयोजित यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के तहत यदुकुल मार्गदर्शन व एकता सम्मेलन का आयोजन भाजपा के पूर्व नगरसेवक कमलेश यादव की अगुवाई में किया गया था। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता डीपी यादव, मुलायम के रिश्तेदार व भाजपा नेता हरिओम यादव तथा राजेश यादव आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित थे। यदुकुल के एकता के उद्देश्य से कार्यक्रम किया गया था। कार्यक्रम सर्वपक्षीय यादव समाज के लोगों को महत्व देना था लेकिन स्टेज पर सिर्फ भाजपा और मिंधे गुट और उसके समर्थक दलों के लोगों को ही मंच पर तरजीह दी गई। इस वजह से भी यादव समाज के अन्य लोग नागज थे।
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मुलायम व लालू ने समाज के लिए कुछ नही किया, पर भड़की बात
कार्यक्रम के बीच डीपी यादव ने यादव समाज के हिट में मुलायम और लालू यादव के योगदान को मनाने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि मैं स्कूल चलता हूं लगभग 5 हजार बच्चे पढ़ाते हैं। उनके इस बयान लोगों ने सवाल किया कितने यादव हैं और उनसे शुल्क नहीं लिया जाता है क्या? जिससे डीपी तो चुप हो गए लेकिन मुलायम सिंह यादव के रिश्तेदार हरिओम यादव ने कहा कि यादव समाज के नेता कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव, लालू यादव और शरद यादव ने यदुकुल के लिए कुछ नहीं किया है। इसके अलावा उनपर परिवारवाद का गंभीर आरोप लगाया। जिसे वहां मुलायम व लालू यादव के समर्थकों में नाराजगी बढ़ गई। जमकर विरोध किया।
गुस्साए लोगों ने भाजपाइयों के साथ की मारपीट
इस कार्यक्रम में सपा समर्थक यादव एवं लालू के समर्थक यादवों में इसका विरोध करते हुए कहा कि यह सामाजिक कार्यक्रम है या फिर भाजपा का कार्यक्रम है। इस बात को लेकर कहासुनी और गाली गलौज शुरू हो गया। यहां मौजूद लोगों के अनुसार पूर्व नगरसेवक कमलेश यादव ने इस झगड़े यह कहकर और हवा दी कि जिसे सुनना है वो रहे नहीं तो जाए, इससे लोगों में और गुस्सा बढ़ गया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कुछ लोग भाजपाइयों पर हाथ छोड़ दिया है। मौजूद लोगों ने बताया कि यहां भाजपाइयों की जमकर कुटाई हुई है।
इन वजहों से हुई लड़ाई
– सूत्रों की माने तो इस बैठक में यदुकुल का नेता यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को न मानकर डीपी यादव को मनाने के पक्ष में एक प्रस्ताव लाया जाना था। भाजपा नेताओं को इस साजिस की भनक लगते ही यदुवंशियों में नाराजगी फैल गई।
– यादव समाज के कई वरिष्ठ नेताओं को मंच के बजाय नीचे बिठाया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजपत यादव , गिरिजा शंकर यादव, जैसे कई दिग्गज नेताओं को खास महत्व नहीं दिया गया।
– मुलायम सिंह यादव और लालू यादव पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने यादव नेताओं को बढ़ने नहीं दिया
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