नवी मुंबई। स्कुल बसों के लिए कोई बस स्टॉप निर्धारित नहीं होने के कारण ट्रैफिक पुलिस की मनमानी का सामना करना पड़ रहा है। बस स्टॉप पर स्कुल बस रोकते ही ट्रैफिक पुलिस फोटो निकाल कर चालान काट देती है | पुलिस द्वारा किए जा रहे जबरन मनमानी से परेशान स्कुल बस चालकों ने पुलिस को निवेदन देकर एक महीने का समय देंगे। इसके बावजूद कोई सुधार नहीं किया गया तो राज्य भर के स्कुल बसों को बंद करने की चेतावनी दी है |
बस यूनियन के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने बताया कि मुंबई, ठाणे , नवी मुंबई सहित राज्य भर में स्कूलों में बस चल रही है।
इसमें सर्वाधिक बसों की संख्या मुंबई और उपनगर में है | जिसका फायदा शहर के लाखो छात्रों को होता है। इन छात्रों को घर से स्कुल ले जाने और लाने की जिम्मेदारी इन बसों पर है। इसके बावजूद इन बसों के लिए शहर में कोई बस स्टॉफ नहीं है | ऐसे में अधिकतर स्कूल बस छात्रों को लाने या ले जाते समय बस स्टॉप का इस्तेमाल करते है कई बार सड़क किनारे खड़े उनके अभिभावक के पास छोड़ते है।
ऐसे में ट्रैफिक पुलिस इन बसों का फोटो निकाल कर चालान काटने की कोशिश करती है। कई बार तो सप्ताह में दो से तीन बार एक ही जगह चालान काट दिया जाता है लेकिन इसकी जानकारी बस ड्राइवर को भी नहीं होती है। जब बस मालिक को मैसेज आता है तब उन्हें इस सन्दर्भ में जानकारी मिलती है। जिसके कारण बस मालिकों को काफी नुकसान सहन करना पड़ता है। इसके लिए कई बार बस यूनियन के तरफ से स्कुल बसों के लिए स्टॉप निश्चित करने की मांग की गई है। लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसके लिए अब बस चालकों ने सभी पुलिस विभाग को निवेदन देकर ठोस निर्णय लेने की मांग करने वाले है। इसके बावजूद कोई निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है।