नवी मुंबई। बहुप्रतीक्षित नवी मुंबई हवाई अड्डे से पिछले महीने पहली ट्रायल उड़ान भरी गई थी। इसके बाद एक बार फिर ट्रायल शुरू किया गया है। ट्रायल के साथ ही जरूरी उपकरणों की भी जांच शुरू है। जिसमे रनवे पर पायलटों को दी जाने वाली सिग्नल आदि का ट्रायल भी किया जा रहा है। इस ट्रायल के माध्यम से नवी मुंबई एयरपोर्ट पर अगले सात महीने मे पहली कार्गो उड़ान भरने की तैयारी की जा रही है। एक छोटे विमान को एयरपोर्ट के रनवे नंबर 26/08 से थोड़ी दूरी पर शुरू है।
एनएमआईएएल अगले सात महीनों में नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अपनी पहली कार्गो उड़ान के लिए तैयारी कर रहा है। इसके लिए सिडको बोर्ड के प्रबंध निदेशक विजय सिंघल और संयुक्त प्रबंध निदेशक शांतनु गोयल समय-समय पर परियोजना के काम की निगरानी कर रहे हैं। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण नवी मुंबई हवाई अड्डे पर रनवे और विभिन्न तकनीकी उपकरणों के कई परीक्षण करेगा। जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट पर अभी कई और तकनीकी परीक्षण जारी रहेंगे और इन परीक्षणों की रिपोर्ट के बाद ही एयरपोर्ट के इस्तेमाल की अनुमति के लिए वास्तविक कार्रवाई शुरू की जाएगी. सोमवार से रनवे संख्या 26/08 पर छोटे विमानों द्वारा इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) का परीक्षण शुरू कर दिया गया है। जुलाई महीने में इसी तरह के परीक्षण की योजना बनाई गई थी| लेकिन भारी बारिश के कारण परीक्षा स्थगित कर दी गई |उसी के तहत सोमवार से दोबारा परीक्षण शुरू होने से एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या बढ़ गई है
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ( एनएमआईएपीए ) नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण रायगढ़ जिले में उलवा और पनवेल के बीच 1600 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जा रहा है। इसमें सिडको नोडल एजेंसी के रूप में काम कर रही है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 19 हजार 600 करोड़ रुपये है। इस बीच बुधवार को नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पहली ट्रायल रण का उड़ान भरने वीडियो भी सामने आया है भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के एक विशेष विमान ने नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सिग्नल प्रणाली का परीक्षण करने के लिए यह उड़ान भरी थी विमान को अचानक एयरपोर्ट के रनवे से उड़ान भरता देख इलाके के लोग हैरान रह गये। बताया गया है कि यह परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। अब कहा जा रहा है कि इस टेस्ट की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाएगी|इसके साथ ही अभी कुछ ट्रायल उड़ान भरे जाएंगे।
पहला चरण 1 मार्च 2025 से शुरू होगा
इस बीच 13 जुलाई को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरप्पु नायडू और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के काम की समीक्षा की। इसके बाद मुरलीधर मोहोल ने कहा था कि एक बार पूरी तरह चालू होने पर प्रतिवर्ष 9 करोड़ यात्रियों की क्षमता वाला यह प्रोजेक्ट हमारे देश के विकास के लिए गेम चेंजर साबित होगा। परियोजना का पहला चरण 1 मार्च, 2025 के आसपास शुरू होने वाला है, जो हर साल 2 करोड़ यात्रियों को सेवा प्रदान करेगा।
सड़क, रेल और वॉटर मार्क कनेक्टिविटी
नवी मुंबई एयरपोर्ट एक्सप्रेस वे, महामार्ग, उपनगरीय रेल, मेट्रो रेल, हाई स्पीड रेल और यहां तक कि जलमार्ग कनेक्टिविटी के साथ जोड़ा जाएगा। नवी मुंबई हवाई अड्डा भारत का पहला सही मायने में मल्टी-मॉडल विमानन केंद्र साबित होगा। यह कनेक्टिविटी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के साथ-साथ ठाणे, कल्याण, पुणे, मुंबई और पूरे पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्र के नागरिकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में मदद करेगी। हवाई अड्डे में सड़क, रेल आदि सहित मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी होगी। इस एयरपोर्ट और अटल सेतु की वजह से इस क्षेत्र का इस समय तेजी से विकास हो रहा है।