Joindia
कल्याणक्राइमठाणेदेश-दुनियानवीमुंबईमुंबईसिटी

CRIME: कृष्णानंद राय की हत्या के लिए मुंबई से बुलाए थे शूटर, मुख़्तार अंसारी ने मुन्ना बजरंगी को सौपी थी जिम्मेदारी

Advertisement

मुंबई। गाजीपुर के विधायक कृष्णानंद राय(Ghazipur MLA Krishnanand Rai)की हत्या कराने के आरोप में गैंगस्टर एक्ट में माफिया मुख्तार अंसारी(Mukhtar Ansari)और उसके भाई सांसद अफजाल अंसारी(MP Afzal Ansari)को शनिवार को दोषी करार दिया गया है। (CRIME) इससे एक बार फिर कृष्णानंद राय हत्या सुर्खियों में है। 18 साल पहले कृष्णानंद की हत्या के लिए मुख़्तार ने मुंबई से शूटरों को बुलाया था। इसकी जिम्मेदारी भी मुंबई में रह रहे गैंगेस्टर मुन्ना बजरंगी को सौपी थी।
बतादें कि उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के रामपुर का रहने वाला मुन्ना बजरंगी उर्फ़ प्रेम प्रकाश सिंह बेहद छोटी उम्र से ही गैंगस्टर बनने के सपने देखता था। उसे बचपन से ही हथियारों को खरीदने का शौक था। सिर्फ 14 साल की उम्र में उसने 250 रुपये से एक देसी तमंचा खरीद लिया। बस ये तो शुरुआत थी, इसके बाद उसने गुंडागर्दी में वो नाम बनाया। इसी के दम पर बाहुबली नेता माफिया डॉन मुख्तार अंसारी खासमखास बन गया। मुन्ना बजरंगी शुरुआत की लोकल डॉन गजराज सिंह के साथ।1984 में मुन्ना पर एक व्यापारी के हत्या का केस दर्ज हुआ। जौनपुर के बीजेपी नेता रामचंद्र सिंह की हत्या भी मुन्ना बजरंगी ने ही करवाई। इसके बाद उत्तर प्रदेश में इस गुंडे का दबदबा दिखने लगा। ऐसे में अब उसे राजकीय संरक्षण की जरुरत थी | इसके लिए मुन्ना बजरंगी ने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का दामन थाम लिया। इसके बाद मुन्ना बजरंगी ने मुख़्तार अंसारी के कहने पर ब्लाक प्रमुख कैलाश दूबे की हत्या कर ख़ास बन गया | मुख़्तार मुन्ना बजरंगी को हर तरह से संरक्षण देने लगा था |

Advertisement

9 गोली लगने के बावजूद अस्पताल में उठकर बैठ गया मुन्ना बजरंगी
मुन्ना बजरंगी ने मुख़्तार के इशारे पर दर्जनों हत्याए ,वसूली ,अपहरण के साथ साथ रेलवे और शराब का ठेका लेने लगा | इस बिच 1998 में दिल्ली पुलिस ने एक एनकाउंटर में मुन्ना बजरंगी को 9 गोली मारकर गिरा दिया | पुलिस उसे मरा समझकर अस्पताल ले गई | लेकिन वंहा अचानक उठकर बैठ गया | अस्पताल में उसका उपचार होने के बाद तिहाड़ जेल में बंद कराया गया |

मुन्ना बजरंगी मुंबई में बैठकर यूपी में करवाता था वसूली

मुन्ना बजरंगी पांच वर्षों तक तिहाड़ जेल में बंद रहा | इसके बाद उसे मुख़्तार द्वारा 2002 में बाहर निकाला गया | उसके तुरंत बाद मुख्तार अंसारी ने अपने इस शार्प शूटर को मुंबई भेज दिया और वो मुंबई में ही रहने लगा। मुंबई में रहकर इसने वहां के लोकल गुंडों के अलावा अंडरवर्ल्ड से भी अपने रिश्ते बनाने शुरू किए। मुन्ना बजरंगी बेशक मुंबई में रह रहा था लेकिन उत्तर प्रदेश में मुख्तार के गैंग के सरकारी ठेकों का काम था वही देखता था। उस दौर में सरकारी ठेकों से वसूली माफियाओं की कमाई का सबसे बड़ा जरिया हुआ करता था। मुन्ना बजरंगी भी मुख्तार के इशारे पर वसूली करवाता था |

मुन्ना बजरंगी और उसके गुर्गो ने विधायक कृष्णानंद को गोलियों से भूना
साल 2005 में मुख्तार अंसारी ने विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की साजिश रची।मुख्तार अंसारी जेल में बैठकर इस काम को अपने खासम ख़ास शूटर मुन्ना बजरंगी को काम सौंपी । मुख़्तार के कहने पर 29 नवंबर 2005 के दिन मुन्ना बजरंगी अपने कुछ और गुंडो के साथ गाजिपुर गया ।उसी दिन एक क्रिकेट मैच का उद्घाटन कर लौट रहे कृष्णानंद राय को रास्ते में मुन्ना बजरंगी और गुर्गो ने उनके काफिले पर फायरिंग शुरू कर दी। 500 राउंड फायरिंग कर विधायक और उनके काफिले में मौजूद 7 लोगों को गोलियों से भून डाला गया। इस हत्या के बाद मुन्ना बजरंगी वापस मुंबई लौट आया | इसके बाद ही यह मोस्ट वांटेड आरोपी बन गया |

मुंबई से हुई मुन्ना बजरंगी की गिरफ्तारी
साल 2009 में दिल्ली पुलिस ने मुंबई के मलाड से मुन्ना बजरंगी को गिरफ्तार कर लिया। कहा जाता है कि ये गिरफ्तारी खुद मुन्ना बजरंगी ने ही करवाई थी क्योंकि उसे डर था कि उसका एनकाउंटर हो सकता है। साल 2012 में मुन्ना ने जेल में रहकर ही जौनपुर के मड़ियाहूं से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं मिली। मुन्ना बजरंगी के पास पैसे की कोई कमी नहीं थी। कहते हैं उसके पास 250 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी। देश के अलग-अलग हिस्सों में उसने प्रॉपर्टी खरीदी हुई थी। उसकी पत्नी सीमा सिंह और साला उसके काम को देखते थे। मुन्ना बजरंगी की एक बेटी भी थी।

जेल में हुई मुन्ना बजरंगी की हत्या
साल 2018 में मुन्ना के साले की हत्या करवा दी गई। मुन्ना की पत्नी सीमा सिंह ने अपने भाई की हत्या के बाद पति की हत्या की भी आशंका जताई। उस वक्त मुन्ना झांसी जेल में बंद था। इस घटना के बाद उसे झांसी जेल से बागपत जेल में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन बागपत जेल में आए हुए मुन्ना को अभी एक दिन ही हुआ था कि 18 जुलाई 2018 के दिन जेल के अंदर से उसका हत्या की खबर सामने सामने आई। जेल में ही बंद सुनील राठी पर हत्या के आरोप लगे। जेल के अंदर गोली मारकर मुन्ना बजरंगी का कत्ल हो गया था। अपने आपाराधिक जीवन में 40 से ज्यादा हत्याएं करने का दावा करने वाले मुन्ना बजरंगी को उसी अंदाज में मौत मिली जैसे उसने लोगों को दी थी। इस हत्या मामले में सुनील राठी पर आरोप लगा कि किसी कहने पर इस हत्या को अंजाम दिया | फिलहाल इस मामले में जांच अभी शुरू है | इसके साथ ही मुन्ना बजरंगी की कहानी भी समाप्त हो गई और अब मुख़्तार अंसारी को भी सजा सुना दी गई है |

Modi govt. 2.0 budget: चुनाव पर नजर, बजट पर दिखा असर, जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या महंगा

Advertisement

Related posts

Emergency medical help: रेलवे स्टेशन पर घंटों तड़पती रही महिला, नहीं मिली इमरजेंसी मदद

Deepak dubey

MUMBAI : महीने के अंत तक तटीय सड़क की सुरंग बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा

Deepak dubey

बाप ने बेटे को चूहा मारने वाली दवा पिलाकर की हत्या

Deepak dubey

Leave a Comment