नवी मुंबई ।अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री शंकर ठक्कर ने बताया पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र के एफडीए विभाग द्वारा तेल व्यापार एवं अन्य खाद्य पदार्थों के व्यापारियों को प्रताड़ित करने के इरादे से मनमानी कार्यवाही अपनी इच्छाएं पूर्ण करने के लिए शुरू करी है और पिछले 2 महीनों के भीतर करोड़ों रुपए का माल जब्त किया है । अधिकारी प्रतिष्ठानों में जाकर आपके माल की गुणवत्ता पैमाने पर ना होने का हमें शक है यह कह कर कार्रवाई करते हैं और व्यापारियों के पास उपलब्ध सारा का सारा माल जब्त कर देते हैं।
इस विषय पर हमने देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया , स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्रीमती भारती ताई पवार, एफएसएसएआई के चेयरमैन, सीईओ, एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, एफडीए मंत्री, एवं महाराष्ट्र के एफडीए आयुक्त को मिलकर अवगत कराया है और लगातार हो रही मनमानी कार्यवाही रोकने के लिए निवेदन दिया है। लेकिन सरकार की आंख पर पट्टी बंधी हुई है और कार्यवाही नहीं थम रही है इसलिए मजबूरन हमें व्यापारी महासभा बुलाकर लामबंद होने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
संगठन के महामंत्री तरुण जैन ने कहा इस बार हम आर पार की लड़ाई लड़ेंगे क्योंकि अधिकारियों के हाथों में जब्ती के नाम का हथियार देकर सरकार ने एक तरह से उन्हें उगाई करने का लाइसेंस दे दिया है कई व्यापारी के पास सिर्फ गोदामों में पाम तेल के अलावा अन्य कोई तेल उपलब्ध ना रहने पर भी जब्ती की जा रही है पाम तेल यह सबसे सस्ता तेल है और आयात तो होने के वक्त उसकी जांच करने के बाद ही उसे भारत देश में उतारा जाता है फिर भी अधिकारी अपना उल्लू सीधा करने के लिए इस पर भी कार्यवाही कर रहे हैं इससे इनका इरादा स्पष्ट हो रहा है। इसके अलावा खुले तेल की बिक्री पर भी रोक लगा के रखी है। भारत देश में बिकने वाले तेलों में 60% से भी ज्यादा खुले तेल के रूप में बिक्री होता है और देशभर में अन्य सभी राज्यों में कानून होने के बावजूद भी गरीब जनता की आवश्यकता देखते हुए किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाती है फिर महाराष्ट्र में ऐसा क्यों हो रहा है। इन सभी विषयों को लेकर हमने दिनांक 12 नवंबर , शनिवार के दिन शाम 5:00 बजे मुंबई के चेंबूर स्थित नालंदा हॉल में महासभा का आयोजन किया है।
शंकर ठक्कर ने आगे कहा इस महासभा में अन्य खाद्य पदार्थ से जुड़े संगठन जिसमें मसाला संगठन, ड्राई फ्रूट संगठन, मिठाई विक्रेता संगठन, दूध उत्पादक एवं विक्रेता संगठन, एवं अन्य कई संगठनों का भी समर्थन मिला है इस महासभा में हम पिछले दिनों में की गई कार्यवाही की समीक्षा करेंगे एवं आगे की रणनीति तय करेंगे।
संगठन के महामंत्री दीपक छेड़ने प्रदेश के खाद्य पदार्थ से जुड़े सभी व्यापारियों से आह्वान किया है कि हमारे अस्तित्व की लड़ाई है इसलिए हमें इस महासभा में बड़ी संख्या में उपस्थित रहकर हमारी एकजुटता दिखानी है और प्रशासन को इस प्रकार की मनमानी कार्यवाही करने से रुकने पर मजबूर करना है।