नवी मुंबई। हार्बर रेलवे मार्ग (Harbour Railway route) पर यात्रियों, खासकर बुजुर्गों और महिलाओं को सीढ़ियां चढ़ने में हो रही दिक्कतें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं। एस्केलेटर की सुविधा की मांग वर्षों से की जा रही है, लेकिन आज तक इसे पूरा नहीं किया गया। नवी मुंबई के वाशी से पनवेल और वाशी से ठाणे रूट पर मौजूद किसी भी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर की सुविधा नहीं है, जिससे दैनिक यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
प्रमुख समस्याएं:
1. सीनियर सिटीजन और महिलाओं की परेशानी: बुजुर्ग यात्रियों को घुटनों के दर्द और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण सीढ़ियां चढ़ना मुश्किल होता है।
2. यात्रियों की बढ़ती संख्या: नेरुल जैसे जंक्शन पर यात्रियों का दबाव सबसे अधिक है। यहां तक कि सिडको द्वारा निरीक्षण के बाद भी एस्केलेटर की सुविधा अब तक लागू नहीं हो पाई।
3. अन्य रूट पर सुविधाओं की कमी: वाशी से पनवेल के 11 स्टेशनों और वाशी-ठाणे के 9 स्टेशनों में से सिर्फ दिघा स्टेशन पर एस्केलेटर लगाया गया है।
स्थानीय नेताओं का क्या कहना है?
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के जिलाध्यक्ष विठ्ठल मोरे के मुताबिक, तत्कालीन सांसद राजन विचारे ने एस्केलेटर के लिए रेलवे मंत्रालय से लगातार संपर्क किया, लेकिन इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
सीनियर सिटीजन राजेसाहेब राऊत का कहना है, “नेरुल स्टेशन पर यात्री संख्या सबसे ज्यादा है। यहां सबसे पहले एस्केलेटर लगने चाहिए। कई सालों से मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।”
यात्रियों की उम्मीद:
नई सरकार से यात्रियों को काफी उम्मीदें हैं। वे चाहते हैं कि इस मुद्दे को प्राथमिकता दी जाए और जल्द से जल्द सभी स्टेशनों पर एस्केलेटर लगाए जाएं।
आबा रणवरे, जुईनगर के एक सीनियर सिटीजन, का कहना है, “बुजुर्ग और महिलाओं के लिए एस्केलेटर जरूरी है। घुटने के दर्द के कारण सीढ़ियां चढ़ना उनके लिए बहुत मुश्किल है। सभी स्टेशनों पर यह सुविधा होनी चाहिए।”
नवी मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर एस्केलेटर की सुविधा न होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। यात्रियों ने सरकार और रेलवे मंत्रालय से अपील की है कि उनकी इस मांग को गंभीरता से लिया जाए और इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए।