जो इंडिया / मुंबई:
एक ही दिन में तीन मौतें, संक्रमितों की संख्या में इजाफा
बुधवार को राज्यभर में कोरोना के 30 नए मामले दर्ज किए गए। इसी दिन सतारा जिले में एक 36 वर्षीय पुरुष और नागपुर में 59 व 64 वर्षीय दो पुरुषों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीनों मृतक पहले से ही गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई।
मुंबई बना संक्रमण का सबसे बड़ा केंद्र
जनवरी 2025 से अब तक मुंबई में कोरोना के सबसे ज्यादा 973 मामले सामने आए हैं। जनवरी और फरवरी में केवल 1-1 मामला दर्ज किया गया था, लेकिन मई में यह आंकड़ा 435 तक पहुंच गया और जून में अब तक 532 मरीज मिल चुके हैं। यह साफ दर्शाता है कि मुंबई इस बार फिर से हॉटस्पॉट बनता जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां रह गईं अधूरी
भले ही सरकार और स्वास्थ्य विभाग यह दावा कर रहे हों कि वे पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बढ़ते मामलों और मौतों की संख्या ने सरकार की तैयारियों की पोल खोल दी है। लोग टेस्टिंग, इलाज और जागरूकता को लेकर भी असंतुष्ट नजर आ रहे हैं।
रिकवरी दर 89.31%, लेकिन सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़ रही
जनवरी 2025 से अब तक राज्य में 27,394 जांचें की गईं, जिनमें से 2,425 लोग संक्रमित पाए गए। इनमें से 2,166 मरीज ठीक हो चुके हैं। फिलहाल 223 मरीजों का इलाज जारी है। राज्य की रिकवरी दर 89.31 प्रतिशत बताई जा रही है, लेकिन लगातार बढ़ते सक्रिय मामलों ने चिंता की लकीरें खींच दी हैं।
जिन जिलों में बुधवार को केस सामने आए:
मुंबई: 8
ठाणे महानगरपालिका: 3
नवी मुंबई: 2
कल्याण: 2
पुणे महानगरपालिका: 8
कोल्हापुर: 1
सांगली: 1
नागपुर महानगरपालिका: 5
कोरोना की यह वापसी महाराष्ट्र के लिए एक चेतावनी है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। सरकार को चाहिए कि वह न केवल मेडिकल संसाधनों को बढ़ाए बल्कि आम जनता को भी इस संक्रमण से सावधान रहने की पूरी जागरूकता दे।