नवी मुंबई। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Navi Mumbai International Airport) पर रविवार को पहली बार कमर्शियल फ्लाइट (commercial flight) लैंड करने जा रही है। इससे पहले जुलाई 2024 में ट्रायल उड़ान का सफल परीक्षण (Successful trial flight) किया गया था। इस ऐतिहासिक घटना के लिए एयरपोर्ट प्राधिकरण (Airport Authority) की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एयरपोर्ट के मार्च 2025 तक पूरी तरह से परिचालन में आने और मई या जून 2025 तक कमर्शियल उड़ानों के शुरू होने की उम्मीद है।
एयरपोर्ट का निर्माण उलवा के पास 19,600 करोड़ की लागत से की जा रही है। प्रोजेक्ट नोडल एजेंसी (Project Nodal Agency) के तौर पर सिडको (सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) कार्य कर रही है। एयरपोर्ट को नवी मुंबई और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (Metropolitan Region) के बढ़ते हवाई यातायात को संभालने के लिए विकसित किया जा रहा है। यह क्षेत्र का दूसरा बड़ा एयरपोर्ट होगा, जो छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport) का दबाव कम करेगा। जुलाई 2024 में भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (AAI) ने विशेष परीक्षण उड़ानें की थीं। इनका उद्देश्य सिग्नल सिस्टम का परीक्षण करना था, जो सफल रहा। इसके बाद अन्य ट्रायल भी किए गए।
कमर्शियल फ्लाइट की लैंडिंग
सूत्रों के अनुसार रविवार को होने वाली पहली कमर्शियल फ्लाइट की लैंडिंग ऐतिहासिक होगी। यह लैंडिंग आगामी ऑपरेशनल चरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।मार्च 2025 तक एयरपोर्ट पूरी तरह तैयार होने की उम्मीद है मई-जून 2025 तक कमर्शियल उड़ानें शुरू होने की संभावना।यह एयरपोर्ट अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस होगा, जिसमें ग्रीन एनर्जी, उच्च स्तर की कनेक्टिविटी, और विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं शामिल हैं।NMIA का निर्माण मुंबई और नवी मुंबई क्षेत्र के आर्थिक विकास में बड़ा योगदान देगा। यह रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और क्षेत्रीय व्यापार व पर्यटन को बढ़ावा देगा।