Joindia
कल्याणठाणेदेश-दुनियानवीमुंबईमुंबईसिटीहेल्थ शिक्षा

BMC has only 8000 dosas left: प्रिकॉशन डोस’ को न करें नजरंदाज भुगतना पड़ सकता है गंभीर परिणाम!

Advertisement

मुंबई। कोरोना के नए वैरिएंट्स (New variants of corona) के साथ ही प्रिकॉशन डोज  (Precaution dose) की तरफ बरती गई नजरंदाजी संक्रमितों की संख्या के बढ़ने की अहम वजह है (BMC has only 8000 dosas left)। इसकी जानकारी होने के बावजूद ईडी सरकार लापरवाह बनी हुई है। मुंबई में 92 लाख पात्र लाभार्थियों में से केवल 15 फ़ीसदी लाभार्थियों ने ही ‘प्रिकॉशन डोज’ लिया है। इसके बावजूद मनपा के पास कोवैक्सीन के केवल 8000 हजार का डोज ही बचे हुए हैं, जबकि कोविशिल्ड और कोर्बोवैक्स (Covishield and Corbovax) के डोज ही नहीं है। इसलिए मनपा समेत टास्क फोर्स (Task Force ) ने भी राज्य सरकार को इसे लेकर तत्काल कार्रवाई किए जाने का पक्ष रखा है। बताया गया है कि ‘प्रिकॉशन डोस’ को नजरंदाज न करें अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
ज्ञात हो कि मार्च 2021 में कोरोना ने मुंबई में दस्तक दी थी। महामारी के दस्तक देने के करीब एक साल बाद 16 जनवरी 2021 को कोरोना का टीकाकरण शुरू हुआ। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के पात्र लाभार्थियों की पहली और दूसरी खुराकों का टीकाकरण पूरा हुआ। हालांकि इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सुझाव दिया था कि कोरोना के वैरिएंट से निपटने के लिए प्रिकाशन डोज लेना जरूरी है। इसके तहत मुंबई में जनवरी 2022 से कोरोना वैक्सीन की प्रिकाशन डोज शुरू की गई। लेकिन अब यह बात सामने आई है कि प्रिकाशन डोज को लोगों का रिस्पॉन्स बहुत कम है। फिलहाल मनपा समेत निजी, राज्य- केंद्र सरकार के निजी कुल 125 सेंटरों पर ‘प्रिकाशन डोज’ दी जा रही है।

Advertisement

टास्क फोर्स का सरकार को सलाह

कोरोना से ठीक हुए और वैक्सीन की दो डोज लेने वाले लोगों में महामारी से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई। लेकिन इसे काफी समय बीतने के चलते रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से कोरोना से संक्रमित होने की आशंका बनी हुई है। इसलिए प्रिकाशन डोज देना जरूरी है। फिलहाल लोग अब प्रिकाशन डोज की मांग भी कर रहे हैं। हालांकि वर्तमान में वैक्सीन का डोज ही उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. संजय ओक ने कहा उन्होंने केंद्र सरकार से समन्वय स्थापित कर डोज उपलब्ध कराने का सुझाव दिया है।

यह है प्रक्रिया

जनवरी 2022 से मनपा और सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को प्रिकाशन डोज नि:शुल्क, जबकि अन्य लाभार्थियों को निजी सेंटरों पर 250 रुपए में बूस्टर डोज मिल रही थी। हालांकि देश के अमृत महोत्सव स्वतंत्रता दिवस औचित्य पर मनपा और सरकारी सेंटरों पर सभी लाभार्थियों को ‘बूस्टर डोज’ मुफ्त दी जा रही है। इसके लिए ‘कोविन एप’ में जरूरी बदलाव भी किए गए हैं।

Modi govt. 2.0 budget: चुनाव पर नजर, बजट पर दिखा असर, जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या महंगा

Advertisement

Related posts

Ganapati became expensive: इस गणेशोत्सव महंगे होंगे श्रीगणेश , अपनी ‘मिट्टी’ से बनेंगे भगवान, ५० से ६० प्रतिशत आएगी अतिरिक्त लागत , पर्यावरण को होनेवाली रासायनिक हानि में आएगी कमी

Deepak dubey

earthquake: भारत में अबतक आए है ख़तरनाक भूकंपों का इतिहास

Neha Singh

Khalistani terrorists, ISI and SIMI Saquib Nachan: ‘खलीफा’ बनकर साकिब नाचन ने युवकों को दी आतंकियों के साथ एकनिष्ट रहने की शपथ

Deepak dubey

Leave a Comment