तीन वर्षो में 714 दुर्घटनाएं, 246 मौतें, 387 गंभीर
नवी मुंबई । मुंबई पुणे एक्सप्रेस वे पर रविवार को हुए भीषण सड़क हादसे में पूर्व विधायक विनायक मेटे की मौत हो गई । जिस एक्सप्रेसवे पर हादसे में मेटे की मौत हुई है वह एक्सप्रेस वे खूनी एक्सप्रेस साबित हो रहा है ।इसका अंदाजा पिछले तीन सालों में हुए आंकड़ों से लगाया जा सकता है। वर्ष २०१९ से २०२१ तक सात सौ से अधिक दुर्घटनाए हुईं जिसमे २४६ से अधिक लोगो की मौत हुए है जब कि तीन सौ से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए।
बतादे कि मुंबई – पुणे एक्सप्रेस वे राज्य का सबसे अधिक व्यस्थम महामर्गो में खुमार है ।इस एक्सप्रेस वे पर 2019 से 2021 तक तीन साल में कुल 714 दुर्घटनाएं हुईं। इन हादसों में से 207 हादसे बेहद गंभीर थे। इन हादसों में कुल 246 लोगों की जान चली गई। 386 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस बीच पिछले साल यानी 2021 में 71 गंभीर हादसे हुए और इनमें 77 लोगों की मौत हुई।मुंबई पुणे एक्सप्रेस हाईवे पर बढ़ते हादसों की संख्या चिंता का विषय बनती जा रही है। घायलो में कई ऐसे है । जिंदगी र्बाद हो गई है।
आधी रात या भोर में हुई अधिकतर दुर्घटनाएं
तीन वर्षो की दुर्घटनाओं पर ध्यान दिया जाए तो मुंबई पुणे एक्सप्रेस-वे पर लापरवाही से गाड़ी चलाने, टायर फटने, लेन काटने, ओवरटेक करने से अक्सर हादसे होते रहते हैं। इसमें भी अब तक के हादसों के समय पर नजर डालें तो ज्यादातर हादसे आधीरात या भोर में हुई है।
किस वर्ष में कितने हादसे हुए?
वर्ष कुल दुर्घटना मृत घायल
2019 74 92 162
2020 62 66 79
2021 71 88 146