मुंबई। सायन पनवेल महामार्ग पर तुर्भे के पास महारेल के तरफ से छह महीने पहले बनाए गए ब्रिज अब गड्ढों मे तब्दील हो गया है। जिसके कारण सड़कों पर बने गड्ढे बरसात के मौसम में जानलेवा साबित हो रहे हैं। गड्ढों के कारण वाहनो की लंबी जाम लग रही है मात्र छह महीने पहले बने इस ब्रिज पर गड्ढों के कारण स्थानीय नागरिक इस काम की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रहे है। वही सूत्रों की माने तो यह ब्रिज जब से बना है तभी से विवादों मे है इस के काम के गुणवत्ता पर पहले भी सवाल उठाए जा चुके है।
बता दे कि सायन पनवेल महामार्ग पर तुर्भे ब्रिज महत्वपूर्ण ब्रिज के रूप मे पहचाना जाता है इस ब्रिज से मुंबई ,ठाणे और पनवेल के तरफ जाने के लिए एक जंक्शन के तौर पर है। इस ब्रिज के नीचे से ट्रांस हार्बर रेलवे मार्ग गुजरात है जिसके कारण हाल ही मे इस ब्रिज का निर्माण महा रेल के तरफ से किया गया। जिसका उद्घाटन दिसंबर 2023 मे किया गया था मात्र सिर्फ 6 महीने मे ही मानसून ने इस ब्रिज के काम की पोल खोल दी है। इस ब्रिज पर काफी समय से गड्डे हुए है लेकिन पिछले दो दिनों से हो रही बरसात ने इन गड्ढों ने को ओर खराब कर दिया है जिसके कारण वाहन चालकों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सुबह ओर शाम के समय काफी ट्राफिक हो रहे है।
वीआईपी ट्रैफिक जाम में फंसते ही होती है भागम दौड़
सायन पनवेल महामार्ग नवी मुंबई का महत्तवपूर्ण मार्ग है यह मार्ग पुणे ओर मुंबई को जोड़ता है इसके लिए इस मार्ग से अक्सर वीआईपी लोगो का आना जाना होता है। ऐसे मे सायन पनवेल मार्ग पर गड्डों के कारण हो रहे ट्राफिक जाम का सामाना वीआईपी लोगों को भी करना पड़ता है। इसकी भनक जब प्रशासन को होती है तब भागम दौड़ शुरू होता है। विशेष कर ट्राफिक पुलिस जाम से निकालने मे जुट जाते है। इस गड्ढे के कारण बेलापुर पास फ्लाईओवर पर ट्रैफिक काफी धीमी गति से चल रहा है। ट्रैफिक बढ़ गई है क्योंकि एक लेन को बंद करके गड्ढे भरने का काम चल रहा है। कुछ समय पहले इस जाम में मुंबई की ओर जा रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का काफिला फंस गया| जैसे ही ट्राफिक पुलिस को जानकारी हुई कि चंद्रशेखर बावनकुले की कार ट्रैफिक जाम में फंस गई है, ट्रैफिक पुलिस ने सतर्कता दिखाई और साइड ट्रैफिक को रोक दिया और उस रूट की कारों को निकालना शुरू कर दिया, जिसमें बावनकुले की कार फंसी थी। ट्रैफिक पुलिस की मदद से उन्हें जाम से बचाया गया। लेकिन इस से अन्य वाहन चालकों मे नाराजगी भी देखने को मिली। इस वीआईपी के कारण उन्हे घंटों खड़ा रहना पड़ा था। इस तरह से इस मार्ग पर अकसर वीआईपी को रास्ता देने के लिए बाकी वाहन चालकों को ट्राफिक समस्या का सामना करना पड़ता है।