वडोदरा: कर्नाटका ने शनिवार को वडोदरा में हुए विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) के फाइनल में विदर्भ को 36 रनों से हराकर अपना पांचवां खिताब जीता। कर्नाटका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 348/6 का विशाल स्कोर बनाया। जवाब में विदर्भ की टीम 312 रन पर ऑलआउट हो गई, हालांकि ओपनर ध्रुव शोरी ने शतक (110 रन) बनाकर अपनी टीम के लिए संघर्ष किया। यह शोरी का टूर्नामेंट में तीसरी लगातार शतक था, जो एक बेहतरीन उपलब्धि रही।
विदर्भ के कप्तान करुण नायर फाइनल में अपनी निरंतरता नहीं दिखा सके और केवल 27 रन ही बना पाए। वहीं, ऑलराउंडर हर्ष दुबे ने 30 गेंदों में 63 रन बनाकर विदर्भ की उम्मीदों को जिंदा रखा, जिसमें उन्होंने पांच छक्के और पांच चौके लगाए, लेकिन उनकी मेहनत अंततः नाकाम रही। कर्नाटका के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें वसुकी कौशिक (3/47), प्रदीप कृष्णा (3/84) और अभिलाश शेट्टी (3/58) ने विदर्भ की बैटिंग लाइनअप को नियंत्रित किया।
कर्नाटका की ओर से स्मरण रवि चंद्रन ने फाइनल में 92 गेंदों पर 101 रन की तेजतर्रार पारी खेली। उनके साथ कृष्णन श्रीजित (74 गेंदों में 78 रन) और अभिनव मनोहर (42 गेंदों में 79 रन) ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे कर्नाटका ने एक मजबूत स्कोर खड़ा किया। कर्नाटका ने फाइनल में अपनी अजेय रिकॉर्ड को बनाए रखते हुए, अब तक सभी पांच बार जब फाइनल तक पहुंचे हैं, तो जीत दर्ज की है।
विदर्भ की हार के बावजूद, करुण नायर को पूरे टूर्नामेंट में उनकी निरंतरता के लिए “टूर्नामेंट के खिलाड़ी” का पुरस्कार मिला।