मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार(The government in Maharashtra)बनाने की कोशिशों में जुटी बीजेपी के लिए मुंबई में चुनावी चुनौतियां कम होती नहीं दिख रही हैं। पार्टी के भीतर ही विधानसभा टिकट(Assembly Tickets)को लेकर बगावत के सुर उभर रहे हैं। मुंबई की 36 विधानसभा सीटें सरकार गठन के लिए अहम मानी जाती हैं, और इन्हीं में से 4 सीटों पर पार्टी के दिग्गज नेता आपस में भिड़ने को तैयार हैं।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव के सामने बोरीवली, घाटकोपर पूर्व, और विले पार्ले जैसी सीटों पर पार्टी के नेताओं के बीच गंभीर मतभेद सामने आए हैं। उदाहरण के लिए, घाटकोपर पूर्व से पूर्व मंत्री प्रकाश मेहता वर्तमान विधायक पराग शाह के बदले खुद चुनाव लड़ना चाहते हैं। 2019 में प्रकाश मेहता का टिकट काटकर पराग शाह को दिया गया था, लेकिन इस बार मेहता अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं और आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।
बोरीवली और विले पार्ले सीटों पर भी टिकट को लेकर इसी तरह का तनाव जारी है।
2019 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने मुंबई की 36 में से 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि बाकी 20 सीटें शिवसेना के पास थीं। इस बार स्थिति जटिल है, क्योंकि तीन पार्टियां इन सीटों पर दावा कर रही हैं। अजीत पवार गुट उन सीटों पर दावेदारी कर रहा है, जिन पर पिछली बार बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। अगर अजीत पवार की मांग मान ली जाती है, तो इसका सीधा असर उन बीजेपी नेताओं पर पड़ेगा, जिन्होंने पहले पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था।