मुंबई। शिवसेना( ठाकरे गुट) से बगावत कर अलग हुए शिंदे गुट के विधायकों में अब नाराजगी बढ़ती जा रही हैं। इसके कारण फूटने का डर भी मंडराने लगा है । शिंदे गुट के पहले से नाराज विधायकों की सूची में अब नासिक के विधायक सुहास कांदे भी शामिल हो गए हैं। उनका कहना है कि उन्हें महत्वपूर्ण बैठकों से दूर किया जा रहा है। इस बात को लेकर सुहास ने शिंदे को भी कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई नतीजा नहीं आया है। साथ ही पालकमंत्री द्वारा दबाव बनाए जाने का भी आरोप लगाया है।
बतादे कि शनिवार को पत्रकारों के माध्यम से सुहास कांदे ने आरोप लगाया था कि पालकमंत्री दादा भूसे के लोग उन्हें दबाने का प्रयास कर रहे हैं। जिले में होने वाली तमाम बैठकों से दूर रखा जा रहा हैं। निमंत्रण पत्र तक नहीं भेजते हैं। इससे क्षेत्र मे मेरा जनसमर्थन घट रहा है। क्षेत्र की जनता को कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में शिंदे गुट की पार्टी के जिला गठन में झोल है। यहां गलत लोगों को चुना गया है। जिसके चलते अन्य पार्टी से आने वाले लोग भी कतरा रहे हैं। इससे पार्टी को नुकसान हो रहा है। कांदे ने प्रत्यक्ष रूप से दादा भूसे का नाम नहीं लिया लेकिन इतना स्पष्ट किया कि क्षेत्र में दादा भूसे अपने वर्चस्व को बढ़ा रहे हैं और सुहास के पर कतर रहे हैं। माना जा रहा है कि सुहास कांदे मिंधे गुट में नाराज विधायकों की लिस्ट में शामिल हो गए। सूत्रों की माने तो सुहास कांदे किसी भी समय शिंदे गुट का साथ भी छोड़ सकते हालांकि सुहास कांदे ने इस मामले में अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
नाराज विधायको की बढ़ी संख्या
बतादे शिंदे गुट में आये कई विधायकों को ईडी सरकार मंत्री पद नहीं मिलने से बड़ी संख्या में वे विधायक नाराज हैं और अब उन विधायकों के क्षेत्र में सरकार की ओर विभिन्न कार्यों के लिए निधि आवंटित नहीं किए जाने से उनकी नाराजगी और बढ़ गई है। साथ ही पार्टी में कुछ चुनिंदा नेताओं को छोड़कर बाकी उन विधायकों का वजूद भी नहीं रह गया है, तो कुछ का क्षेत्र में पर काटा जा रहा है। जिसे लेकर उन विधायकों में खासा नाराजगी है। सूत्रों के अनुसार शिंदे गुट में 17 से अधिक विधायक नाराज हैं।