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NAVI MUMBAI: एपीएमसी (APMC) मार्केट को अन्य जगह पर ले जाने की बन रही योजना, 40 साल पहले यहां शुरू हुआ था कारोबार

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नवी मुंबई। सिडको ने वाशी में लगभग 40 साल पहले 150 एकड़ के क्षेत्र में एपीएमसी(APMC) का निर्माण कराया था।जहा अलग अलग पांच मंडियों का काम शुरू किया गया। मौजूदा समय में वाशी की एपीएमसी में जगह व सुविधाओं का अभाव महसूस किया जा रहा है।इसकी वजह से अब एपीएमसी को किसी अन्य ठिकाने पर ले जाने की योजना बनाई जा रही है।इसके बारे में एपीएमसी के सभापति व संचालकों ने विचार-विमर्श शुरू किया है।इसके चलते अब यह मुद्दा गर्माने लगा है।

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150 एकड़ में सिडको ने कराया था निर्माण

मुंबई की भीड़ को कम करने के लिए राज्य सरकार ने कृषि उत्पाद से संबंधित होने वाले सभी कारोबार को नवी मुंबई के वाशी में स्थलांतरित करने का निर्णय साल 1980 के दौरान लिया था। तत्कालीन सरकार ने अपनी इस योजना को साकार करने की जिम्मेदारी सिडको को सौंपी थी।सरकार की इस योजना को साकार करते हुए सिडको ने वाशी व तुर्भे के बीच वाले क्षेत्र की जमीन पर एपीएमसी के लिए मंडियों का निर्माण कराया था।जिसमे से सिडको ने सबसे पहले आलू-प्याज की मंडी का निर्माण कराया था। इस मंडी में 250 से अधिक दुकानों का निर्माण किया गया था।

आलू-प्याज की मंडी के आसपास सिडको ने सब्जी,फल, मेवा-मसाला व अनाज मंडी का निर्माण कराने का काम भी किया। इन मंडियों में आने-जाने वाले वाहनों की पार्किंग के लिए विशाल वाहन पार्किंग बनवाया। इन सब की बदौलत वाशी में शुरू हुई एपीएमसी की पहचान एशिया खंड की सबसे बड़ी मंडी के तौर पर बन गई। वाशी स्थित एपीएमसी की मंडियों में कृषि से संबंधित माल लेकर आने वाली वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां की सब्जी मंडी में हर दिन लगभग 700 ट्रक व टेंपो से सब्जियों की आवक होती है,वहीं लगभग 300 ट्रक व टेंपो से फल आता है। जबकि आलू-प्याज की मंडी में हर दिन लगभग 150 ट्रक व टेंपो माल लेकर आते हैं।

इसके अलावा यहां की मेवा-मसाला व अनाज मंडी में हर दिन हजारों ट्रक से माल आता और जाता है। माल की बढ़ती आवक के चलते यहां पर जगह और सुविधाओं की कमी महसूस होने लगी है। एपीएमसी के थोक व्यापारी मनोहर तोतलानी की माने तो मौजूदा समय में वाशी स्थित एपीएमसी वाहनों की पार्किंग की समस्या गंभीर हो गई है। नवी मुंबई जैसे आधुनिक शहर में पैदा हो रही इस समस्या को देखते हुए एपीएमसी को यहां से किसी अन्य ठिकाने पर स्थलांतरित करना समय की मांग है।

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