महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) के नए पाठ्यक्रम को लेकर छात्रों को लिखित आश्वासन देने के बावजूद अभी तक अधिसूचना जारी नहीं की गई है। शिंदे – फडणवीस (shinde – fadnavis) यानी ईडी (ED government) सरकार इस तरह से एमपीएससी के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। छात्र तीन दिनों से पुणे में अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं लेकिन ईडी सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। यह आरोप महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (maharashtra congress) के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ( atul oonche) ने लगाया। उन्होंने आगे कहा कि
शिंदे-फडणवीस सरकार को छात्रों की सहनशीलता की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। लोंढे ने कहा कि छात्रों ने एमपीएससी के पाठ्यक्रम में बदलाव का स्वागत किया है, लेकिन उनकी एक ही मांग है कि इसे साल 2023 के बजाय साल 2025 से लागू किया जाए। छात्रों की यह मांग सही है . क्योंकि बदले हुए पाठ्यक्रम के अनुसार तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। इस संबंध में कई बैठकें हो चुकी हैं। राज्य सरकार ने एमपीएससी को भी इस तरह के नोटिफिकेशन जारी करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया है। इसलिए छात्रों के बीच असमंजस बढ़ गया है। चूंकि एमपीएससी एक स्वायत्त निकाय है, अगर कोई छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करता है, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। सवाल यह है कि 2025 से नए सिलेबस के कार्यान्वयन को कौन रोक रहा है? इस पूरे मामले के पीछे शुक्राचार्य कौन है ? लोंढे ने राज्य सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्रों के हितों पर तत्काल ध्यान देने की अपील की है ।
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