महानगर मुंबई में पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण (pollution problem) की समस्या को लेकर जोरदार बहस शुरू है। मुंबई से वायु प्रदूषण (air pollution in mumbai) को कम करने के लिए तमाम योजनाएं (micro greening) लागू करने पर जोर दिया जा रहा है। इस बीच पर्यवारण संरक्षण में साथ वृक्षों की संख्या बढ़ाई जाएगी। लेकिन समस्या यह है कि मुंबई में वृक्ष लगाने के लिए जगह की कमतरता है। ऐसे में मनपा ने अब माइक्रो ग्रिनिंग योजना को शुरू करने पर विचार कर रही है। जिसके तहत छोटे छोटे जगहों पर भी वृक्षारोपण कर हरियाली बढ़ाने का प्रयास होगा।
मनपा का उद्यान विभाग जल्द ही माइक्रो ग्रिनिंग के लिए गाइडलाइन बनाएगी। इसके लिए पर्यवारण विशेषज्ञों की राय ली जाएगी। आगामी 8 तारीख को एक विशेष परिचर्चा का आयोजन किया गया है।
बतादें मुंबई में हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने जोरदार पहल की थी। उन्होंने ही मुंबई में वर्टिकल गार्डन का कॉन्सेप्ट लाया था। इसके अलावा मियावाकि वृक्षारोपण प्रणाली को भी उन्होंने ही शुरू किया। मुंबई में माइक्रो ग्रिनिंग का कॉन्सेप्ट भी लाने की योजना उनकी ही है।
मनपा उद्यान विभाग के अधिकारी जितेंद परदेसी के अनुसार मुंबई में वृक्ष की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए मुंबई में होरिजेंटल हरित क्षेत्र बढ़ाने के साथ अब वर्टिकल हरित क्षेत्र भी बढ़ा रहे हैं। इसके लिए हमने पॉलिसी भी बनाई है लेकिन अब वर्टिकल हो या होरिजेंटल जहां भी छोटे छोटे पॉकेट हैं। वहां भी वृक्ष अथवा पौधे लगाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें छोटे छोटे हाउसिंग सोसायटी, इमारतों, निजी भूखंड आदि ठिकानों पर माइक्रो स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा। ऐसे जगहों के लिए नई पॉलिसी बनानी होगी। जिसके लिए 8 मार्च को रानीबाग में पेंग्विन इमारत के हॉल में परिचर्चा का आयोजन किया गया है।
माइक्रो-ग्रीनिंग के तहत आवासीय सोसायटियों, बिजनेस पार्कों और व्यक्तियों के सहयोग से स्तर वैज्ञानिक तरीके से मुंबई में हरित क्षेत्र बढ़ाया जाएगा। परिचर्चा में बाद इसका खांका बनाया जाएगा। है। परदेसी ने बताया कि नए पहलों के माध्यम से मुंबई की हरियाली को बढ़ावा देकर 1 लाख नए वृक्ष लगाने के लक्ष्य है। मानसून से पहले मुंबई को हरा-भरा करने के लिए दिशा-निर्देश और कार्य योजना तैयार करने का प्रस्ताव है।