Makar Sankranti: 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि (Sun Capricorn) में प्रवेश करते हैं, जिसके साथ ही उत्तरायण का आरंभ होता है। इस अवसर पर देशभर में मकर संक्रांति का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, विशेष रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में यह पर्व पतंगबाजी के रूप में प्रसिद्ध है।
उत्तरायण का पर्व आकाश में रंग-बिरंगी पतंगों के उड़ने के साथ एक उत्सव का रूप लेता है। लोग इस दिन अपने घरों की छतों पर पतंगबाजी में व्यस्त रहते हैं और एक-दूसरे की पतंग काटने की प्रतिस्पर्धा करते हैं। विशेष रूप से रात के समय, आसमान में चमकते हुए कंदीलों का दृश्य बेहद आकर्षक होता है।
इस दिन तिल और गुड़ का सेवन करने और उनका दान करने की परंपरा है। लोग एक-दूसरे को ‘तिल-गुड़ घ्या आणि गोड गोड बोला’ के साथ शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन को लेकर उत्साह और उमंग का माहौल होता है, और साथ ही गिल्ली-डंडा खेलने की परंपरा भी कुछ हिस्सों में निभाई जाती है।
मकर संक्रांति का यह पर्व न केवल आस्था और परंपराओं का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति में सूर्य पूजा और खुशी के प्रतीक के रूप में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है।