नवी मुंबई | अब तक महंगाई से राहत दिला रहे प्याज के भाव (onion prize increasing) अब बेमौसम बारिश के कारण बढ़ने लगे है | प्याज उत्पादक इलाकों में बारिश के कारण प्याज की फसल को नुकसान होने की आशंका है। नए प्याज की आवक अगले महीने से शुरू होने वाली है। ऐसे में कुछ इलाको में बारिश ने प्याज को नुकसान पहुंचा है जिसके कारण प्याज की कीमतों में चार से पांच रुपए की बढ़ोतरी हुई है | ऐसे में बारिश ऐसे ही रहा तो इससे होने वाले नुकसान के कारण अगले महीने प्याज और महंगा होने की संभावना व्यापारियों ने जताई है।
वाशी स्थित एपीएमसी प्याज मंडी के थोक व्यापारी मनोहर तोतलानी ने बताया कि प्याज की सबसे अधिक उत्पादन नासिक में होता है उसके बाद पुणे ,बारामती,कोल्हापुर में भी प्याज का उत्पादन किया जाता है इस समय मुख्य रूप से नासिक के पिंपलगांव मंडी ,बारामती से प्याज की आवक हो रही है उन्होंने बताया कि इन इलाको में बारिश होने के कारण नए प्याज खराब हुए है जिसका असर प्याज के उत्पादन पर पड़ा हुआ है। परिणाम स्वरूप पिछले सप्ताह से हर दिन कीमतों में एक से दो रुपए की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि प्रति दिन 20 से 22 रुपए किलो तक बेचा जाने वाला प्याज मंगलवार को 23 से 24 रुपए किलो बेचा गया।
बारिश पर निर्भर है प्याज की कीमत
मनोहर तोलतानी ने बताया कि महाराष्ट्र के साथ उत्तरी कर्नाटक के प्याज उत्पादक इलाकों में अच्छी बारिश हो रही है। खेतों में पानी भरने से प्याज की फसल को नुकसान के कारण उत्पादन घट सकता है। इससे अगले महीने प्याज के दाम बढ़ सकते हैं। अभी किसानों को प्याज की ज्यादातर कीमत 10 से 14 रुपये किलो मिल रही है। बहुत अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज के भाव 17 रुपये किलो तक हैं। वही प्याज थोक मंडी में 20 से 23 रुपए तक बेचा जा रहा है ।उन्होंने कहा कि बारिश ऐसे ही रहा तो प्याज का नुकसान होगा और थोक मंडी में अगले महीने भाव बढ़कर 40 रुपये किलो के ऊपर जा सकता हैं।