ठाणे। दिवा से सीएसएमटी और कोंकण तक चलने वाली ट्रेनों को दिवा में रोकने की मांग को लेकर बुधवार सुबह दिवा के यात्रियों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मांग की कि दिवा-सीएसएमटी रेलवे सेवा शुरू की जाए। इसके बाद यात्रियों ने काली पट्टी बांधकर यात्रा की। यात्रियों ने कहा कि रेल प्रशासन द्वारा हमारी मांगों की अनदेखी करने के विरोध में उन्होंने काला फीता बांधा।
बता दें कि ठाणे शहर के पास दिवा में किफायती घर उपलब्ध है इसलिए यहाँ पर घर खरीदने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है। इससे दिवा शहर की आबादी भी बढ़ गई है। प्रतिदिन हजारों यात्री दिवा से ठाणे, मुंबई तक ट्रेन से यात्रा करते हैं। दिवा स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्री अक्सर ट्रेन में प्रवेश नहीं कर पाते हैं। कुछ तेज़ ट्रेनें दिवा स्टेशन पर रुकती हैं। लेकिन पहले से ट्रेन फूल होकर आते है जिसके कारण यहां के यात्रियों को इन ट्रेनों में प्रवेश नहीं मिला पता है। इसके चलते दिवा में यात्रियों का अन्य यात्रियों से विवाद भी होता है। जून महीने में इस प्रकार का एक विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
यात्रियों को दिवा स्टेशन से ट्रेन में चढ़ने से रोकने के लिए एक डिब्बे का दरवाजा बंद कर दिया गया था। करीब एक साल पहले महिलाओं ने ट्रेन रोकने की कोशिश की थी क्योंकि उन्हें ट्रेन में घुसने की इजाजत नहीं थी। दिवा स्टेशन से यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए यात्री संगठनों ने भी दिवा-सीएसएमटी ट्रेनें शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
बुधवार को दिवा पैसेंजर एसोसिएशन के अध्यक्ष आदेश भगत के नेतृत्व में यात्रियों ने दिवा सीएसएमटी ट्रेन सेवा शुरू करने और कोंकण जाने वाली ट्रेनों को दिवा स्टेशन पर रोकने के लिए काला फीता बांधकर रेलवे प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस बार यात्रियों ने काली पट्टी बांधकर यात्रा की।