मुंबई। टाटा पावर की सहायक कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड(Tata Power Renewable Energy Limited, a subsidiary of Tata Power)ने महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड से 400 मेगावाट की पवन-सौर हाइब्रिड परियोजना का ठेका हासिल किया है। यह अब तक की महाराष्ट्र की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना है। इसमें 200 मेगावाट की मूल अनुबंधित क्षमता और अतिरिक्त 200 मेगावाट के लिए ग्रीनशू विकल्प शामिल है।
इस परियोजना से उत्पन्न बिजली को महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड(Maharashtra State Electricity Distribution Company Limited)को आपूर्ति की जाएगी, जिससे राज्य के नवीकरणीय खरीद दायित्व को पूरा करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, यह परियोजना पर्यावरण के अनुकूल होगी और सालाना लगभग 89.5 करोड़ किलोग्राम सीओ 2 उत्सर्जन में कमी लाएगी। इस परियोजना को पूरा होने में करीब 24 महीने लगेंगे, और इसका निर्माण टाटा पावर की स्थायी विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय विकास
टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड की यह परियोजना(This project of Tata Power Renewable Energy Limited)महाराष्ट्र के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य को सौर और पवन ऊर्जा के मिश्रण से संचालित करने में मदद करेगी। इसके साथ ही, यह परियोजना स्थानीय भूमि संसाधनों का कुशल उपयोग करते हुए क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देगी। इससे न केवल महाराष्ट्र की ऊर्जा जरूरतें पूरी होंगी, बल्कि यह राज्य को पर्यावरणीय दृष्टि से भी अधिक टिकाऊ बनाएगी। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड की कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता अब 10.5 गीगावाट हो चुकी है, जिसमें 4.8 गीगावाट की परिचालन क्षमता शामिल है।