महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई शहर से एक बड़ी खबर सामने आई है। मुंबई मनपा के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को ईडी ने तलब किया है। ईडी ने चहल को सोमवार 16 जनवरी को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय में पेश होने का आदेश दिया है। तो क्या चहल की मुश्किलें बढ़ेंगी? उठ रहे हैं ये सवाल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने यह समन कोविड टेंडर घोटाले के मामले में भेजा है। ईडी ने चहल को पूछताछ के लिए दस्तावेजों के साथ सुबह 11 बजे ईडी कार्यालय आने का समन जारी किया है। ईडी के इस समन से राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर हड़कंप मच गया है।
आख़िर मामला क्या है?
बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर मुंबई मनपा द्वारा कोरोना काल में जारी किए गए विभिन्न कार्यों के टेंडर में धोखाधड़ी का आरोप लगा था। किरीट सोमैया ने पिछले साल आजाद मैदान थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें शिवसेना सांसद संजय राउत के करीबी रिश्तेदार सुजीत पाटकर का भी नाम था। इस मामले में मुंबई पुलिस की वित्तीय अपराध शाखा जांच कर रही थी। उसके बाद अब इसी मामले की समानांतर जांच ईडी द्वारा की जा रही है। इसलिए इस मामले में मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल भी ईडी द्वारा जांच की जा रही है।
किरीट सोमैया की प्रतिक्रिया
ईडी द्वारा इकबाल सिंह चहल को समन किए जाने के बाद किरीट सोमैया ने प्रतिक्रिया दी। इकबाल सिंह चहल पिछले 140 दिनों से संजय राउत के साथी को क्यों बचा रहे हैं? यह समझ में नहीं आता”, किरीट सोमैया ने कहा। “संजय राउत और उनके साथी सुजीत पटकारोव ने 100 करोड़ का घोटाला किया। उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने की कोशिश की। उन्हें बचाने का काम इकबाल सिंह चहल कर रहे हैं. लेकिन जिद थी कि ये दस्तावेज दिए जाएं। मेरी आज मुंबई पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर से चर्चा हुई। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी,” किरीट सोमैया ने कहा।