Advertisement
Advertisement
नवी मुंबई| छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान से सांसद उदयनराजे भोसले भड़क गये हैं। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर राज्यपाल को हटाने की मांग की थी। राष्ट्रपति ने उनके पत्र का संज्ञान लिया है। इसलिए संकेत मिल रहे हैं कि राज्यपाल कोश्यारी के बयान की जांच की जाएगी।
शनिवार को उदयनराजे भोसले ने राज्यपाल के विरोध में रायगढ़ में आत्मक्लेश आंदोलन किया। सुबह वे रायगढ़ में जिजाऊ मासाहेब की समाधी स्थल पर गये। फिर उन्होंने आत्मक्लेश आंदोलन किया। इसके बाद शिवाजी महाराज के अनुयायियों के साथ बैठक हुई। इस मौके पर उन्होंने शिव भक्तों से बातचीत करते हुए मौजूदा स्थिति पर अपनी बात रखी। इस मुलाकात के बाद उदयनराजे ने मीडिया से बातचीत की और बताया कि राष्ट्रपति ने उनके पत्र का संज्ञान लिया है और उन्हें जवाब मिल गया है। उन्होंने कहा कि मुझे आज पत्र मिला, इसमें कहा गया है कि मेरे पत्र पर विचार किया गया है।
उदयनराजे भोसले ने अहम जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति ने यह पत्र केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा है। इसलिए पूरे मामले की जांच किए जाने की संभावना जताई जा रही है। इस बीच लगातार शिवाजी महाराज का अपमान किया जा रहा है। महाराज द्वारा लिया गया रुख सर्वेश्वरवाद का था। उसके पीछे महाराज की स्थिति यह थी कि उनके राज्य में सभी लोग खुलकर सांस लें। उदयनराजे ने अपने भाषण में कहा कि उन्होंने वास्तव में लोकतंत्र की नींव रखी। अब हम सब प्रतिक्रियावादी हैं। जिन्होंने हम सबके लिए अपनी पूरी जान दे दी आज उनका अपमान हो रहा है। क्या अब हम सब चुप रहेंगे? उन्होंने यह सवाल भी किया।
राष्ट्रपति को लिखे पत्र में क्या कहा राज्यपाल ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में तिरस्कारपूर्ण बयान दिया. इसका खामियाजा मुझे ही नहीं बल्कि पूरे महाराष्ट्र को भुगतना पड़ा है। राज्यपाल का बयान बेहद आपत्तिजनक है। यह बयान उन्होंने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिया है.उन्होंने पहले भी ऐसा ही बयान दिया था. इस तरह के बयान से समाज में बेचैनी पैदा हो सकती है। इसलिए उदयनराजे ने इस पत्र में कहा था कि आप इस बयान को संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई करें।
Advertisement