कोरोना महामारी को भले ही नियंत्रित कर लिया गया हो, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि खतरा अभी भी बना हुआ है। वहीं भविष्य में महामारी की चुनैतियों का सामना करने के लिए राज्य सरकार मुंबई के परेल स्थित हाफकिन जीव औषधि निर्माण महामंडल में कोवैक्सीन टिका निर्माण की महत्वाकांक्षी योजना लेकर आई है। कोरोना रोधी टीके की जरूरत को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 126 करोड़ रुपये के अतिरिक्त खर्च को मंजूरी दी है। इसके साथ ही अत्याधुनिक लैब और प्रशिक्षण के लिए 10 करोड़ रुपये निधि का भी प्रावधान किया गया है।
महाराष्ट्र में टीकाकरण के मामले में सभी राज्यों की तुलना में सबसे आगे है। फिलहाल राज्य में इस समय 12 साल से ऊपर के बच्चों और सभी को बूस्टर डोज लगाया जा रहा है। दूसरी तरफ टीकाकरण की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए राज्य सरकार ने पहल करते हुए हाफकिन में वैक्सीन उत्पादन के महत्वाकांक्षी योजना को शुरू करने जा रही है।
मुख्यमंत्री कर रहे अगुवाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाफकीन को मजबूती देने की मांग की थी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाफकिन का दौरा किया था। राज्य में टीकाकरण को और तेजी देने के लिए हाफकीन ने टीका उत्पादन में पहल करने का आह्वान किया था। वहीं मुख्यमंत्री द्वारा हाफकीन इंस्टीट्यूट को मजबूत करने की पहल से अब देश के भीतर वैक्सीन उत्पादन में तेजी आएगी।
भारत बायोटेक से होगा करार
वैक्सीन उत्पादन में अग्रणी हाफकीन जीव औषधि निर्माण महामंडल का हैदराबाद के भारत बायोटेक के बीच करार होगा। हाफकीन केंद्र और महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से कोवैक्सीन टीके का उत्पादन करेगा। टीका उत्पादन योजना के लिए 154 करोड़ रुपए के खर्च को मंजूरी दी गई है। इस योजना के लिए केंद्र सरकार 65 करोड़ की आर्थिक सहायता देने जा रही है। राज्य के चिकित्सा शिक्षा और औषधि विभाग ने कोवैक्सीन टीके के पहले चरण के लिए 126.15 करोड़ रुपये की संशोधित लागत को मंजूरी दी है। इसमें से केंद्र का 70.08 करोड़ रुपये और राज्य का हिस्सा 56.08 करोड़ रुपये होगा।
बढ़ेगी जांच की क्षमता
कोवैक्सीन टीके के संसोधित लागत को मंजूरी देते समय इस पर भी ध्यान रखा गया है कि योजना के लिए प्रयोगशाला के आधुनिकीकरण, प्रशिक्षण और जांच की क्षमता को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए 10.19 करोड़ रुपए की निधि तत्काल उपलब्ध कराने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। बता दें कि हाफकीन में प्लेग, पोलियो, संर्पदंश आदि का टीका तैयार किया गया है।