मुंबई। हिंदुस्थान में कोरोना एक बार फिर से पैर पसार रहा है। पिछले कुछ दिनों से मामलों में तेजी देखी गई है। हिंदुस्थान में चार महीने के बाद एक दिन में सबसे अधिक 700 मामले दर्ज हुए हैं। वायरस के बढ़ते मामले को देखकर केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। इसके लिए उसने कुछ राज्यों को पत्र लिखकर सचेत रहने की सलाह दी है।
देश में एक बार फिर से कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 754 नए मामले सामने आए हैं। पिछले कुछ सप्ताह से देश के कुछ हिस्सों में वृद्धि देखी गई है। 8 मार्च को सप्ताहांत में जहां कोरोना के कुल 2,082 मामले दर्ज किए गए थे, वो 15 मार्च सप्ताहांत में बढ़कर 3,264 पर पहुंच गया। महाराष्ट्र में साप्ताहिक मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 8 मार्च को सप्ताहांत तक कोरोना के 355 मामले, जबकि 15 मार्च तक यह संख्या बढ़कर 668 तक पहुंच गई। इसके अलावा राज्य ने 15 मार्च साप्ताहिक सकारात्मकता दर 1.92 फीसदी दर्ज की, जो इसी अवधि के दौरान हिंदुस्थान की सकारात्मकता दर 0.61 फीसदी से अधिक है।
केंद्र हुआ चिंतित
इससे चिंतित केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने छह राज्यों को चिट्ठी लिखी। चिट्ठी में कहा गया है कि पिछले कुछ महीने में कोविड के केस में कमी आई थी लेकिन पिछले एक हफ्ते से कोरोना के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में यह सलाह दी जाती है कि राज्य को जिला और उप-जिला पर कोविड-19 की स्थिति की जांच करनी चाहिए। साथ ही प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करते हुए महामारी के त्वरित और प्रभावी प्रबंधन के लिए आवश्यक उपायों के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
इन राज्यों को केंद्र ने भेजी चिट्ठी
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जिन छह राज्यों को चिट्ठी लिखी है, उनमें महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक शामिल हैं। स्वास्थ्य सचिव ने चिट्ठी में कहा कि 15 मार्च तक आते-आते मामले में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। राज्य सरकारें टेस्ट, ट्रीट, ट्रैक, वैक्सीनेशन पर जोर दें। साथ में राज्य सरकारें कोरोना के बढ़ते मामलों को कंट्रोल करने पर ध्यान दें।