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75 प्रतिशत आग की घटनाएं खराब वायरिंग से हुई

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महानगर मुंबई में पिछले कुछ वर्षों में आगजनी की घटनाएं आम होते नजर आ रही है। जिसे लेकर मनपा के माथे पर अब लकीर खींचने लगी है। महानगर में 75 प्रतिशत से अधिक आग की घटना की वजह सिर्फ शार्टसर्किट है। इसमें भी सबसे अधिक इमारतों में शॉर्टसर्किट के चलते आगजनी हुई है। इस शार्टसर्किट ने मनपा की चिंताएं बढ़ा दी है। इस चिंता के निवारण के लिए मनपा लोगों में जनजागृति करना चाहती है। मुंबईकरो के साथ चर्चा कर मनपा जानना चाहती है कि यह आग कब बुझेगी? कैसे बुझेगी ?
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इमारतों में भी शार्टसर्किट के मामले बढ़े
मनपा के फायर विभाग की ओर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार मुंबई में पिछले 5 वर्षों में 20 हजार से ज्यादा आग लगने को घटना का मुख्य कारण शार्टसर्किट है। घरों में या सोसायटियों में खराब किस्म के बिजली के तार अथवा खुले में तार के इस्तेमाल से ऐसी घटनाएं हुई है। इनमें 1500 इमारतों में सिर्फ शार्टसर्किट के चलते आग लगी, और बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। इसके पीछे एक ही वजह है कि गलत तरीके से की गई वायरिंग। इसके लिए प्रशिक्षित लेबर से काम कराना और इंजीनियर से जांच जरूरी है।
लोग समझदार हो जाएं आज की घटना कम हो जाए
फायर विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई में आग की घटनाओं को लेकर लगातार लोग मनपा पर आरोप लगा रहे हैं लेकिन लोग थोड़ा समझदार और सतर्क हो जाएं तो यहां आग की घटनाओं में बड़े पैमाने पर कमी लाई जा सकती हैं। लगभह 50 प्रतिशत से अधिक आग की घटनाएं कम हो जाएंगी। अधिकारी ने कहा कि शार्टसर्किट के अलावा गैस ब्लास्ट, व अन्य आग के कारणों पर भी लोगों की लापरवाही ही मुख्य वजह होती है।
हाइराइज इमारतों की आग रोकने के लिए संसाधन नहीं
अग्नि सुरक्षा विशेषज्ञ संदीप सोलंकी ने बताया कि मुंबई ने पिछले कई वर्षों से बहुत विकास किया है। यहां बनी हाइराइज इमारतों ने तो मनपा की समस्या बढ़ा दी है। मनपा के पास हाइराइज इमारतों पर एक सीमा के बाद आग को रोकने के लिए संसाधन नहीं हैं। करीरोड के वन एवेन्यू हाईराइज इमारत में आग की घटना के समय ही साफ हो गया था 20 मंजिला के बाद मनपा के पास आग रोकने की कोई व्यवस्था नहीं है। ड्रोन से सिर्फ स्थित को देखा जा सकता है ना कि आग को कंट्रोल किया जा सकता है।
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