World Cancer Day: Mumbai/ joindia
विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) के अवसर पर मुंबई में आयोजित एक संगोष्ठी में कैंसर के बढ़ते मामलों पर गंभीर चेतावनी दी गई। प्रमुख ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अनिल डीक्रूज (Oncologist Dr. Anil D’Cruz) ने कहा कि भारत में हर 5 पुरुषों में से 1 और हर 8 महिलाओं में से 1 को कैंसर होने का खतरा है। उन्होंने बदलती जीवनशैली, पर्यावरणीय क्षरण और जागरूकता (Lifestyle, environmental degradation and awareness) की कमी को इस वृद्धि का मुख्य कारण बताया।
संगोष्ठी में डॉ. डीक्रूज (Dr. D’Cruz at the seminar) ने बताया कि कैंसर से बचने के लिए तंबाकू और शराब से दूरी बनानी चाहिए, संतुलित आहार लेना चाहिए और नियमित स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि लगभग 40 प्रतिशत कैंसर के मामले तंबाकू के सेवन से होते हैं और इस पर सख्त प्रतिबंध लगाने की जरूरत है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले (Union Minister of State for Social Justice Ramdas Athawale) ने संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस कार्यक्रम में 2,000 से अधिक छात्रों के साथ-साथ चिकित्सा विशेषज्ञ, पर्यावरणविद और नीति-निर्माताओं ने भाग लिया।
डॉ. अनिल डीक्रूज ने यह भी स्पष्ट किया कि शराब का सीमित सेवन भी कैंसर का कारण बन सकता है और गलत धारणा है कि यह सुरक्षित होता है। उन्होंने ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) से होने वाले गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर पर भी चर्चा की और इसके खिलाफ टीकाकरण और नियमित जांच के महत्व को रेखांकित किया।
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ. सुभाष पालेकर ने पारंपरिक भारतीय आहार की महत्ता को बताया और कहा कि रासायनिक खाद्य पदार्थों से बचने के लिए बाजरा, दालें और ताजी सब्जियों पर आधारित आहार अपनाना चाहिए। उन्होंने किसानों से जैविक खेती की ओर रुख करने की अपील की, ताकि रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों से होने वाले स्वास्थ्य संकट से बचा जा सके।
इस संगोष्ठी का आयोजन ‘जगेगा भारत तो बचेगा भारत’ अभियान के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य कैंसर के खिलाफ जागरूकता फैलाना और इसे नियंत्रित करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना था।