मुंबई। मध्य रेलवे के ब्रिटिशकालीन सायन ब्रिज को ध्वस्त किया जाएगा, जिसके चलते गुरुवार से यह पुल सभी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। इस मार्ग की यातायात धारावी की ओर मोड़ दी गई है, जिससे यात्रा समय में आधा घंटा अधिक लग रहा है। इससे विद्यार्थी और नौकरीपेशा लोगों को यात्रा करते समय अधिक समय खर्च करना पड़ रहा है।
सायन स्टेशन के पास स्थित 112 साल पुराने ब्रिज को ध्वस्त कर वहां नए पुल का निर्माण किया जाएगा। मध्य रेल्वे और मुंबई महापालिका द्वारा इस पुल का पुनर्निर्माण किया जाएगा। वर्तमान में पुल बंद होने से, एलबीएस रोड से डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर रोड तक पहुंचने में वाहन चालकों को आधा घंटा अधिक समय लग रहा है। गुरुवार की सुबह और शाम इस मार्ग पर यातायात जाम देखा गया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। वडाला से चांदिवली के बीच चलने वाली 411 नंबर की बेस्ट बस दोनों फेरे तीन घंटे में पूरी करती है, लेकिन शुक्रवार की सुबह इन फेरों को पूरा करने में साढ़े चार घंटे लगे, जिससे डेढ़ घंटा अधिक समय लगा।
माता-पिता और विद्यार्थियों को समय पर स्कूल पहुंचने के लिए घर से जल्दी निकलना पड़ा। वर्तमान में पुल वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है, लेकिन पैदल यात्रियों के लिए खुला है।मुंबई शहर से शुरू होकर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर रोड सायन से धारावी की ओर नीचे उतरकर ठाणे की ओर जाता है। धारावी से शुरू होकर यह रोड पुराना आगरा रोड यानी लाल बहादुर शास्त्री मार्ग के नाम से जाना जाता है। एलबीएस रोड से सायन की दिशा में आने वाला सारा यातायात अब धारावी की ओर यानी धारावी डिपो के रास्ते माहिम की ओर मोड़ दिया गया है। माहिम की दिशा में जाने के लिए धारावी टी जंक्शन से होते हुए माटुंगा लेबर कैंप से आगे बढ़ना पड़ता है। टी जंक्शन और माटुंगा लेबर कैंप का रास्ता पार कर सायन अस्पताल की दिशा में डॉ. आंबेडकर रोड पर पहुंचा जा सकता है। सायन से एलबीएस रोड की ओर वापस लौटने के लिए भी इसी दिशा से जाना पड़ता है।
बंद करने के पहले देना चाहिए था विकल्प रास्ता
रोजाना सायन ब्रिज से आने जाने वाले ट्रांसपोर्ट और टैक्सी चालकों ने विरोध जताते हुए कहा की मनपा और रेलवे को पहले कोई वैकल्पिक व्यवस्था या पूल बना कर तब इसे तोड़ा जाना चाहिए था। अभी जितना समय बनाने के लिए दिया है ये उससे भी ज्यादा समय लेंगे। गोखले ब्रिज की तरह यह ब्रिज भी लेट लतीफी की मार झेलेगा।