मुंबई। मुंबई विद्युत वितरण कंपनियां महावितरण. (Electricity Distribution Companies Mahavitaran)द्वारा बिजली के दाम में बड़े पैमाने पर वृद्धि करने जा रही है।इसके लिए महावितरण ने उत्पादन (produced by Mahavitaran) कीमतें बढ़ी है जिससे बीज वितरण कंपनियों(Electricity distribution companies )को घाटा हो रहा है इसलिए लिए दाम बढ़ाना आवश्यक है। ऐसे में व्यापारियों द्वारा बिजली दलों में बढ़ोतरी करने पर हस्तक्षेप करने की गुहार मुख्यमंत्री से लगाई है।
छोटे उद्योग, व्यापारी एवं आम जनता की हालत होगी खस्ता
पिछले तीन सालों में कोरोना के चलते व्यापारी ,छोटे उद्योग एवं आम जनता सब कठिनाई के दौर से गुजर रहे और अभी तक कोरोना की मार से लोग उभरे नहीं हैं। बिजली के दाम बढ़ाने से लोगों की परेशानियों में और इजाफा होगा। क्योंकि दूसरी तरफ जीवन आवश्यक वस्तुओं के दाम भी काफी बड़े हुए हैं अब बिजली के दाम यदि बढ़ते हैं तो लोगों का जीना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में इस मुश्किल घड़ी से बाहर निकलने की कोशिश की जा रही है । लेकिन इसमें अगर बिजली बढ़ोतरी की गई तो इसका असर व्यापारियों के साथ साथ आम नागरिकों पर भी पड़ेगा। इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग व्यापारियों के संघटन कैट के तरफ से की गई है। कैट महाराष्ट्र प्रदेश के वरिष्ठ अध्यक्ष महेश बखाई ने कहा अन्य राज्यों के मुकाबले महाराष्ट्र में पहले से ही दाम ज्यादा है और सरकार के इस कदम से छोटे उद्योग जो चरमरा गए हैं उनको अन्य राज्य में स्थलांतरित या बंद करने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा। व्यापारी मूलतः अन्य समस्याओं की गर्त में है और एक नई समस्या व्यापारियों को नही देने का आग्रह किया है ।