नवी मुंबई। नेरुल से लापता दो इस्टेट एजंट की हत्या मामले मे नवी मुंबई क्राइम ब्रांच ने पाँच लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या मृत एस्टेट एजंट ने दूसरे एजेंट की हत्या के लिए 50 लाख की सुपारी दी थी। लेकिन हत्या के बाद हुए विवाद मे उसकी भी मौत हो गई। इस मामले मे नवी मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस्टेट एजंट के एक साथीदार सहित हत्या करने वाले गिरोह के पाँच लोगों को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी डीसीपी अमित काले ने दी।
नेरुल के रहने वाले अमीर अनवर खानजादा और सुमित बाबूलाल जैन दोनों प्रॉपर्टी के काम के लिए बलेनो कार से 21 अगस्त को गए थे। 22 अगस्त तक वापस नहीं आने पर नेरुल पुलिस स्टेशन मे मिसिंग की शिकायत दर्ज कराई थे। शिकायत के बाद पुलिस ने कार के जीपीएस सिस्टम के आधार पर कार को खपोली पुलिस स्टेशन अंतर्गत बरामद हुआ है। जिसमे खून ओर खाली गोली मिली। पुलिस ने कार जब्त कर जांच शुरू कर दी है। जिसके बाद सुमित जैन का शव गुरुवार को पेन-खोपोली मार्ग पर पाया गया था। उसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त अजय कुमार लांडगे ,मयूर भुजबल ,पुलिस निरीक्षक सुनिल शिंदे ,पुलिस निरीक्षक हानिफ मुलानी ,पुलिस निरीक्षक उमेश गवली ,पुलिस निरीक्षक आबासाहब पाटील ,एपीआई महेश जाधव ,सतीश भोसले आदि की टीम ने जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने प्राप्त जानकारी के आधार पर कंजूर मार्ग का रहने वाला विट्ठल बबन नाकाडे (43 )को हिरासत मे लेकर पूछताछ शुरू किया।उसने बताया कि सुमित जैन ओर अमीर अनवर खानजादा के बीच प्रॉपर्टी डीलर को लेकर कुछ विवाद था। इसके लिए सुमित जैन ने नेरुल मे रहने वाले आनंद उर्फ एंड्री राजन क्रूज (39 ) के माध्यम से जयसिंग उर्फ राजा मधू मुदलियार (38 ), वीरेंद्र उर्फ गोरया भरत कदम ,अंकुश उर्फ अंकया प्रकाश सितापूरे (35 ) आमीर की हत्या के लिए 50 लाख की सुपारी दी थी। उसके अनुसार 21 अगस्त को बलेनो कार से जाते समय ही अमीर को गोली मार दी। जिसमे उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद शव को ठिकाने लगा दिए। इस के बाद आरोपीयो ओर मुकेश जैन के बीच हुए विवाद मे उसके पैर मे गोली लग गई। गोली लगने से काफी खून बह जाने से उसकी मौत हो गई। इस मामले मे पुलिस ने सभी आरोपीयो को गिरफ्तार कर लिया है।