राज्य की मिंधे सरकार में विधायकों की बढ़ती नाराजगी के चलते यह सरकार मुश्किल में है। मिंधे और फडणवीस सरकार विधायकों को नजरंदाज कर और उन्हें बंधक बनाकर ज्यादा दिन रोक नहीं पाएगी। वे जरूर पार्टी से बाहर निकलेंगे और यह सरकार गिरेगी। इस सरकार का भविष्य ज्यादा से ज्यादा चार से छह महीने ही है। इसके बाद यह गिर जाएगी। यह भविष्यवाणी शिवसेना उपनेता सुषमा अंधारे ने किया। कल पत्रकारों के साथ संवाद में उन्होंने कहा कि शिंदे गुट के विधायक सुहास कांदे खफा हैं। उनके जैसे कई विधायक इस सरकार से नाराज है। उनके असंतुष्ट विधायक हमारे साथ आएंगे। ऐसी तस्वीरें बन रही है।
उन्होंने कहा कि कांदे ने दादा भुस पर नाराजगी जताई है। इससे पहले अब्दुल सत्तार नाराजगी में मुख्यमंत्री कक्ष से बाहर आए थे, प्रताप सरनाईक ने जांच से बचने के लिए दल बदला था, लेकिन अभी भी इनके पीछे की जांच शुरू है। उन्हें राजनीति से बाहर किये बगैर भाजपा नहीं छोड़ेगी। इन सभी कारणों से स्पष्ट होता है कि यह सरकार किस दिशा में जा रही है। अगर ऐसे ही बदले और दबाव तंत्र की राजनीति चलती रही तो यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी। मेरे मुताबिक यह सरकार चार-छह महीने और चल पाएगी।
उन्होंने कहा कि जो लोग शिवसेना से जा रहे हैं वे संघर्ष से डर लग रहा है। संघर्ष करना मुश्किल होता है। आज हमारी शिवसेना संघर्ष कर रही है। और हमने लड़ने का फैसला किया है। हम लड़ाई जारी रखेंगे। सुषमा अंधारे ने कहा कि शिवसेना के साथ लोग बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं अंधेरी के बाद सुबह होता है शिवसेना फिर से उसी रंग रूप और मजबूत स्थिति में आएगी। ऐसा विश्वास उन्होंने व्यक्त किया।