मुंबई। मध्य रेलवे के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) जो कि सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है, और स्टेशन पर मरे हुए चूहों की बदबू फैली हुई है। इस हेरिटेज स्टेशन पर रोजाना हजारों पर्यटक आते हैं, लेकिन अब मोटरमैन और लोकल प्रबंधकों के कार्यालय से बदबू आ रही है। इससे न केवल रेलकर्मियों बल्कि यात्रियों और पर्यटकों को भी सड़ी हुई बदबू का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले चार दिनों से मोटरमैन और लोकल प्रबंधक कार्यालय के बाहर बैठकर अपने काम कर रहे हैं। अब तक कार्यालय से 100 से अधिक मरे हुए चूहे और 25 जिंदा चूहे पाए गए हैं। इससे कर्मचारियों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।
सीएसएमटी पर मोटरमैन और लोकल प्रबंधकों का कार्यालय है। 22 जुलाई की सुबह जब उन्होंने अपने कार्यालय में प्रवेश किया, तो उन्हें मरे हुए चूहों की सड़ी हुई बदबू आई। इससे वहां बैठना असंभव हो गया और उन्होंने बाहर कुर्सी-टेबल लगाकर काम शुरू किया। उस दिन सफाई करने पर 18 से 20 मरे हुए चूहे मिले। बदबू दूर करने के बाद दोपहर में कर्मचारी फिर से कार्यालय में गए। लेकिन 23 जुलाई को फिर से बदबू आने लगी और कर्मचारियों को मास्क पहनकर काम करना पड़ा।
24 जुलाई को भी यही स्थिति बनी रही और ठेकेदार सफाई कर्मचारियों ने गहरी सफाई शुरू की। उस समय भी कर्मचारियों को बाहर ही बैठना पड़ा। गुरुवार को भी बदबू नहीं गई और कर्मचारियों ने दो-दो मास्क पहनकर काम किया। एक मोटरमैन के अनुसार, पिछले चार दिनों में 120 मरे हुए चूहे मिले और 25 जिंदा चूहे छोड़े गए। उन्होंने कहा कि चूहों को मारने की दवा के कारण इतनी बड़ी संख्या में मरे हुए चूहे मिले। अब तक 80 से 85 मरे हुए चूहे मिले हैं और सफाई संस्था को पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, मध्य रेलवे के जनसंपर्क विभाग ने यह जानकारी दी।