मुंबई। नेवी की स्पीड बोट (navy speed boat) ने गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा जा रही एक यात्री नाव को टक्कर मार दी। इस हादसे की वजह से 13 लोगों की जान चली गई है। Óजब की दो लोगों का तलाश जारी है इसी हादसे मे एक परिवार का समावेश है जो गोवा से मुंबई पासपोर्ट के काम से आए थे। लेकिन पासपोर्ट काम के बाद बच्चे के साथ नाव पर जाना उनके लिए जानलेवा साबित हुआ। इस हादसे मे महिला की मौत हो गई महिला का शव तो मिल गया है लेकिन उसके बेटे का शव अभी तक नहीं मिला है।
जानकारी के मुताबिक गोवा की रहने वाली महिला सोनाली गावंधल पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए मुंबई आई थी। मुंबई में उनके साथ उनकी बड़ी बहन, उनके पति और उनके 2 छोटे बच्चे भी थे। ये सभी सोनाली के साथ इसलिए आए थे ताकि 2 दिन के लिए मुंबई घूम सकें।मुंबई आने के बाद उन्होंने नाव से एलीफेंटा जाने की योजना बनाई। लेकिन नाव दुर्घटना के कारण सब कुछ वैसा नहीं हो पाया जैसा होना चाहिए था| नाव हादसे में सोनाली की बहन सकीना पठान और उनके 6 साल के बेटे की दर्दनाक मौत हो गई सकीना के शव को पोस्टमार्टम के लिए उरण ग्रामीण अस्पताल लाया गया है। लेकिन उसका बच्चा अभी भी लापता है|
बोट पर लाइफ जैकेट का शॉर्टेज
सकीना की बहन सोनाली ने बताया कि स्पीड बोट के टकराने के बाद नाव में पानी घुसने लगा तो उन्हें लाइफ जैकेट पहनने को कहा गया। नाव में केवल 50 लाइफ जैकेट थे। इतने सारे लोगों को लाइफ जैकेट नहीं मिलीं। ‘हम नाव के ऊपर थे और बहन नीचे थी। उसे लाइफ जैकेट नहीं मिली। जैसे ही नाव डूबने लगी तो नीचे मौजूद लोग पानी में डूब गए और उन्हें ढूंढने की कोशिश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। सकीना की लाश मिली। लेकिन उसके 6 साल के बेटे की तलाश जारी है।
बहन और उसके बच्चे को बचाने की कोशिश असफल रही
सोनाली खुद नाव पकड़कर बच गईं, जबकि उनकी बहन के पति ने एक हाथ से नाव और 10 महीने के बच्चे को दूसरे हाथ से पकड़ रखा था। बच्चे के मुँह में पानी जाने से रोकने के प्रयास किये गये। लेकिन नहीं बचा सके। सोनाली ने आरोप लगाए है कि बोट पर अगर लाइफ जैकेट होता तो लोगों की जान बच जाती।