ठाणे। सोमवार से सभी आधिकारिक और बगावत पर अड़े बागियों का प्रचार अभियान भी शुरू हो जाएगा और कुछ प्रत्याशियों ने अगले पंद्रह दिनों में प्रत्याशियों के प्रचार दौरे, बड़े नेताओं की सभाएं और प्रेस कॉन्फ्रेंस में भीड़ जुटाने के लिए इवेंट कंपनियों को ठेका दे दिया है। उम्मीदवारों ने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को इस काम में शामिल किए बिना सीधे मतदाताओं से संपर्क करने की छूट देने के लिए इवेंट कंपनियों के साथ समझौता किया है। इसलिए अब ये कंपनियां झुग्गी-झोपड़ियों और चाली से लोगों को प्रचार के लिए इकट्ठा करेंगी, उनके आने-जाने के लिए वाहन मुहैया कराएंगी और लोगों के खाने की व्यवस्था करेंगी।
बता दें कि दिवाली के बाद सुबह-शाम रैलियां, प्रचारसभा, चौकसभा आदि पर जोर दिया जाएगा। पिछले कुछ सालों में पार्टी के ज्यादातर कार्यकर्ता नौकरी और बिजनेस करने लगे हैं। पूर्णकालिक पार्टी कार्य करने और सेना के लिए रोटी पकाने वाले कार्यकर्ताओं की पीढ़ी ख़त्म हो गई है। यह जरूरी नहीं है कि उतने ही कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
इवेंट वाले 800 लेते हैं और 400 रुपये देते हैं
सभा में एक आदमी के लिए न्यूनतम 200 से 400 रुपये की दर तय की गयी है लेकिन कंपनियां नेताओं से 700 से 800 रुपये वसूल रही हैं। रैली में परिवहन की जिम्मेदारी इवेंट टीम की है। महिलाओं, पुरुषों और युवाओं के लिए दरें अलग-अलग हैं और दैनिक वेतन पर काम करने वाली मंडलियां इस बात का ध्यान रख रही हैं कि अगर वे काम करना बंद भी कर दें तो भी उन्हें कोई आर्थिक नुकसान नहीं होगा। प्रत्याशियों, पार्टी टोपी, गमछा आदि की आपूर्ति एक ही छत के नीचे की जा रही है। इससे बेरोजगारों को कम से कम अगले पंद्रह दिनों तक रोजगार उपलब्ध रहेगा।