मुंबई। कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया 1 अप्रैल यानी की शनिवार आज से 6 डिजिट वाले हॉलमार्क आभूषण बिकेंगे। अब आभूषण पर हॉलमार्क का डिजिट एक ही होगा। इससे दुकानदारों और ग्राहकों के बीच में पारदर्शिता होगी।
हमारे देश में सोना खरीदना महिलाओं की पहली पसंद होती है। शादी विवाह का सीजन हो या पर्व त्योहार हो सोने के आभूषण खरीदने का प्रचलन है। ऐसे में देश के सोना खरीदने वाले ग्राहकों के लिए एक अच्छी खबर है। आज यानी 1 अप्रैल से देश के तमाम सर्राफा कारोबारी के द्वारा बेचने वाले आभूषण पर हॉलमार्क का डिजिट एक ही होगा।ग्राहकों को सबसे पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि केंद्र की सरकार ने सोना और उससे बने ज्वेलरी खरीदने और बेचने के नियमों में बदलाव किया है। 1 अप्रैल से बिना हॉलमार्क की यूनिक आइडेंटिफिकेशन वाले सोने या कलाकृतियों को सुनार नहीं बेच सकेंगे। मंत्रालय ने उपभोक्ताओं के बीच 4 डिजिट 6 डिजिट हॉल मार्किंग को लेकर जो भ्रांतियां थी, उसको दूर करने को लेकर यह फैसला लिया है। अब पूरे देश मे 6 डिजिट का सोना या आभूषण बिकेगा।
इस फैसले को लेकर सर्राफा कारोबारियों में थोड़ी सी नाराजगी देखने को मिली। एक ज्वेलर्स का कहना है कि उन सर्राफा कारोबारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा जो पहले भी शुद्ध बेच रहे थे और अब भी बेचेंगे। परेशानी सिर्फ यही है कि हॉलमार्क कराकर डीड कराना होगा। सरकार के इस फैसले को अन्य एक सर्राफा कारोबारी ने स्वागत करते हुए कहा कि जो लोग पैसा बचाने के चक्कर में किसी भी दुकानदार से आभूषण की खरीदारी करते हैं, उन ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है.”खरीदारी करते समय 6 अंकों का एचयूआईडी नंबर देख कर के ही खरीदारी करें। इससे ग्राहकों को बेनिफिट भी होगा। जरूरत पड़ने पर बेचने के समय में किसी प्रकार का कोई झंझट दुकानदार और ग्राहकों के बीच में नहीं होगा । इस बात पर भी सरकार को ध्यान देने की जरूरत है कि उसके कॉपी मार्केट में नहीं आए. जिससे कि ग्राहकों को परेशानी के साथ-साथ कारोबारियों को भी परेशानी ना हो।
कैट बिहार अध्यक्ष अशोक सोनार ने कहा कि ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है कि एचयूआईडी आभूषण बिकेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि पहले भी हॉलमार्क आभूषण का प्रचलन काफी बढ़ा था। लोग हॉलमार्क आभूषण खरीदना पसंद कर रहे थे। लेकिन इस फैसले से पहले सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों को ध्यान में रखना चाहिए था।हॉलमार्क तो पहले से बिक रही हैं। यही है कि एचयूआईडी के तहत बेचना होगा। सभी जिला में हॉलमार्किंग सेंटर नहीं है जिस कारण से कारोबारियों पर इसका असर पड़ेगा। जो लोग छोटे मझोले कारोबारी हैं उनको एचयूआईडी कराने के लिए बाहर जाना पड़ेगा। इस दौरान उनके रास्ते में जो रिस्क आएगा, उसकी जवाबदेही किसकी होगी।
घोड़बंदर रोड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज जैन ने कहा बता दें कि सरकार के इस फैसले से ग्राहकों को काफी फायदा होगा क्योंकि हॉलमार्क यूनिक आईडेंटिफिकेशन डिजिट एचयूआईडी से ग्राहकों को धोखाधड़ी खत्म हो जाएगी। ग्राहकों को खरीदारी के समय मन मे ये चलता था कि आभूषण गलत तो नहीं ले रहे हैं, इसका भी समाधान हो जाएगा। हॉलमार्क गोल्ड ज्वेलरी खरीदने से ग्राहकों को फायदा होगा कि एचयूआईडी के जरिए जो भी आप आभूषण खरीदारी करेंगे उसकी पूरी कुंडली खंगाली जा सकती है। 6 डिजिट वाले आभूषण की खरीदारी से ग्राहकों और दुकानदारों के भी पारदर्शिता बनी रहेगी।