जो इंडिया / मुंबई
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)(Prime Minister Housing Scheme) के तहत गरीबों के घरों का सपना अभी तक पूरी तरह साकार नहीं हो पाया है। पिछले दस वर्षों में, सरकार ने 14.70 लाख घरों के निर्माण की मंजूरी दी थी, लेकिन इनमें से केवल 3.79 लाख घर ही बनकर तैयार हो सके हैं।
योजना की प्रगति:
मंजूर घरों की संख्या: 14.70 लाख
बने हुए घरों की संख्या: 3.79 लाख
कार्यशाला का आयोजन:
बीकेसी में कोकण संभाग (Konkan division in BKC) के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 से संबंधित एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल वानखेडे, म्हाडा के मुख्य अभियंता आडे, वित्त नियंत्रक अजयसिंह पवार, आवास विभाग के अतिरिक्त सचिव रविंद्र खेतले, वरिष्ठ सलाहकार मुकुल बापट, और विभिन्न शहरों के तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित थे।
अधिकारियों के निर्देश:
इस अवसर पर अधिकारियों ने पहले चरण की प्रगति रिपोर्ट को जल्द से जल्द अपलोड करने और जियो-टैगिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही, दूसरे चरण के लाभार्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने और इसके लिए प्रचार अभियान चलाने की भी सलाह दी।
हालांकि सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 के माध्यम से शहरी गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए घरों की आवश्यकता पूरी करने का लक्ष्य रखा है, लेकिन पिछले दस वर्षों की धीमी प्रगति को देखते हुए, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आगामी समय में यह योजना कितनी सफल होती है।