पाकिस्तान के दो टुकड़े करने का संकेत देने वाले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सर्वेसर्वा और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर गुरुवार को गोलीबारी कर हमला कर दिया है ।जिसमे गंभीर रूप से घायल हो गए है बुधवार को इमरान ने अपने संघर्ष की तुलना बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान से कर डाली है। नवाज शरीफ और आसिफ जरदारी पर पूर्व प्रधानमंत्री ने गंभीर आरोप लगाया है।उन्होंने संकेत दिया है कि देश के लालची नेताओं ने सत्ता की भूख में पाकिस्तान की सेना को सबसे बड़े राजनीतिक दल के खिलाफ कर दिया और जल्द ही पाकिस्तान के दो टुकड़े करने की फिराक में हैं।
इमरान ने याद दिलाया कि जब एक राजनीतिक पार्टी को कानूनी तौर पर राजनीतिक जनादेश मिलने के बाद भी शासन नहीं करने दिया गया तो कैसे एक देश दो टुकड़ों में बंट गया था।उन्होंने अपनी तुलना आवामी लीग के मुखिया शेख मुजीबुर रहमान कर दी। इमरान ने कहा कि तरह शेख मुजीबुर रहमान ने असली आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, उसी तरह से वह भी संघर्ष कर रहे हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गुरुवार को रैली में भाग लिए थे ।तभी अचानक गोलीबारी की गई ।जिसमे इमरान खान के साथ सात लोग घायल हो गए। इससे पहले पंजाब के गुजरांवाला हकीकी लॉन्ग मार्च के 5वें दिन इमरान खान पीएमएल एन और पीपीपी पर जमकर बरसे। इमरान खान ने पाकिस्तान के लिए अपने संघर्ष की तुलना बंग बंधु और आवामी लीग के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान से की।उन्होंने बांग्लादेश बनने की कहानी याद दिलाते हुए कहा कि एक राजनीतिक पार्टी को शासन करने के अधिकार से वंचित कर दिया गया और इसका नतीजा ये हुआ कि हमारा मुल्क दो टुकड़ों में बंट गया।ऐसा कुछ शातिर नेताओं की सत्ता के लिए लालच की वजह से हुआ था।
आवामी लीग से पीटीआई की तुलना करते हुए इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी पीटीआई सबसे बड़ी सियासी जमात है फिर भी सरकार फिर से चुनाव कराने की उनकी मांग को नहीं मान रही है।पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, “सभी लोग जानते हैं कि 1970 के आम चुनाव में मुजीबुर रहमान और उनकी पार्टी ने जीत हासिल की थी. उनको सत्ता सौंपने के बजाय एक शातिर नेता ने सेना और आवामी लीग को लड़वा दिया। और आज नवाज शरीफ और आसिफ जरदारी ऐसा ही रोल अदा कर रहे हैं और सत्ता प्रतिष्ठानों से मिलकर सरकार में पीटीआई की वापसी को रोकने के लिए साजिश रच रहे हैं।
बता दें कि इमरान खान पाकिस्तान में जल्द चुनाव की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।इस कड़ी में इमरान कभी आर्मी पर आरोप लगा रहे हैं तो कभी पाक की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई को कटखारे ने घसीट रहे हैं।इमरान खान शहबाज शरीफ सरकार से जल्द चुनाव करवाने की अपनी मांग मनवाने के लिए अब किसी भी हद तक गुजरे को तैयार हैं। इमरान ने कहा, “एक घाघ नेता (जुल्फीकार अली भुट्टो) ने सत्ता के लिए अपनी लालच में सैन्य बलों को सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के खिलाफ कर, ये पार्टी चुनाव जीतकर आई थी, इसका नतीजा ये हुआ कि मुल्क दो भागों में बंट गया।