Mumbai Municipal Corporation Budget: joindia
मुंबई। मुंबई महापालिका (मनपा) ने वर्ष 2025-26 के बजट में 14.19% की वृद्धि करते हुए ₹74427 करोड़ का बजट पेश किया है। इस बजट में ₹7410 करोड़ की अतिरिक्त राशि रखी गई है, जिसे मुख्य रूप से नई करों और शुल्कों के माध्यम से जुटाया जाएगा।
मनपा ने इस बजट में कचरा कर, कमर्शियल कर, पानी, प्रॉपर्टी कर और मल निष्कासन कर बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, झोपड़पट्टी क्षेत्रों में भी छोटे कारखानों और व्यवसायों पर भारी कर लगाने का प्रस्ताव है। इस कदम से मुंबईकरों पर वित्तीय बोझ बढ़ने की संभावना है, खासकर जब वे पहले ही महंगाई की मार झेल रहे हैं।
बजट में बताया गया कि मनपा का मुख्य राजस्व स्रोत संपत्ति कर, जल और मल निष्कासन कर, और राज्य सरकार से प्राप्त राजस्व होंगे। आयुक्त भूषण गगराणी के अनुसार, यह बजट महापालिका के इतिहास में सबसे बड़ा है, जिसमें पूंजीगत बजट ₹43,162 करोड़ है।
विपक्षी दलों ने इस बजट पर आलोचना करते हुए इसे निराशाजनक बताया है और आरोप लगाया है कि मनपा अपने पूंजीगत खर्चों को बढ़ा कर राजस्व से आने वाली निधि का ठीक से उपयोग नहीं कर रही है।
पूर्व नगरसेवक सचिन पडवल ने आरोप लगाया कि मनपा के एफडी में छुपाए गए आंकड़े हैं और राज्य सरकार के ठेकेदारों के पास ₹21,000 करोड़ की रकम है, जो कभी भी निकाली जा सकती है।
मनपा के अधिकारियों का कहना है कि यह बजट विकास योजनाओं के लिए जरूरी निधि जुटाने के लिए तैयार किया गया है, जिससे शहर के विकास को गति मिलेगी।