मुंबई को नई मुंबई से जोड़ने वाली ट्रांस हार्बर लिंक परियोजना धीरे धीरे आकार लेना शुरू कर दिया है। तीन चरणों में हो रहे इस परियोजना का कामअब तक कुल 74 फीसदी पूरा हो चुका है। परियोजना के पहले चरण के अंतर्गत बने 4 किमी के कंक्रीट ब्रिज पर पहली बार पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे की उपस्थिति में कार दौड़ी। पहले चरण के तहत 10.4 किलोमीटर, दूसरे चरण में 7.8 किलोमीटर और तीसरे चरण में 3.8 किलोमीटर का काम किया जा रहा है। इस परियोजना का काम सितंबर 2023 में पूरा करने का लक्ष रखा गया है।
बतादें एमएमआरडीए 17,843 करोड़ रुपये की लागत से 22 किलोमीटर लंबा ट्रांसहार्बर लिंक प्रोजेक्ट का निर्माण कर रही है। 22 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट का 16.5 किलोमीटर हिस्सा समंदर में पुल के रुप में होगा, जबकि 5.5 किलोमीटर जमीन पर होगा। एमएमआरडीए ने मार्च 2018 में प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य की शुरुआत तीन चरणों में की थी।
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक परियोजना को शिवड़ी- नहावा शेवा ट्रांस हार्बर लाइन भी कहा जाता है। इस परियोजना के पूरा हो जाने से डेढ़ से दो घंटे का सफर करीब 15 से 20 मिनट में तय कर पाना संभव होगा।इस परियोजना के लिए पुलों को जिस तरह से डिजाईन किया गया है।उसके हिसाब से इस कॉरिडोर ओर कार 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ पाएगी। इस परियोजना के अंतर्गत वाहनों के आवगमन के लिए कुल 6 लेन तैयार किए जाएंगे जबकि एक अतिरिक्त लेन आपातकालीन व्यवस्था के लिए होगा।
इस परियोजना को आकार देने के लिए कुल 5000 कर्मचारी लगे हैं।इसमे से 4300 कुशल व अकुशल मजदूर लगे हैं जबकि 700 तकनीकी इंजीनयर का समावेश है।
एम एम आर डी ए आयुक्त एस श्रीनिवास ने बताया कि मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक परियोजना के निर्माणकार्य के दौरान इंजीनियरिंग वर्क के दौरान किन किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा।इस परियोजना को किस तकनीक से पूरा किया गया आदि इंजीनियरिंग से जुड़े कार्य को समझने के लिए एक म्यूजियम बनाया जाएगा। हम चिर्ले की दिशा में एक जगह खोज रहे हैं।जहां पर ये म्यूजियम बनाया जाएगा। साथ ही ट्रांस हार्बर लिंक के नीचे बने अंडर ब्रिज पर व्यूइंग गैलरी भी बनाया जाएगा ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके।पर्यटक व्यूइंग गैलरी से फ्लेमिंगो,खड़ी और मुंबई और नई मुंबई का दृश्य देख पाएंगे।