मुंबई. मनपा चुनाव के लिए तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिगुल बजा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुंबई मनपा में पैसा जरूर है लेकिन इसका विकास तेज गति से नहीं हुआ है। मुंबई के विकास के लिए तरस रहा है। मुम्बई जैसे शहर में तबतक विकास की गति नहीं बढ़ाई जा सकती है जबतक स्थानीय मनपा की इच्छा शक्ति न हो, मनपा की भूमिका बड़ी है। यहां पैसे की कमी नहीं है, उसका सही उपयोग जरूरी है। यह शहर विकास के लिए तरस रहा है, यह कभी नहीं होना चाहिए, मुंबई के लोगों की परेशानी को समझते हुए अब विकास की धारा को बढ़ाना चाहता हूं। हम अपने राजनीतिक मकसद के लिए विकास पर रुकावट नहीं लगते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 50 साल का लंबा कालखंड गरीबी की चर्चा में गुजर गया। लेकिन अब सबको भारत मे पॉजिटिविटी दिख रही है। डबल इंजन की सरकार है। तेज गति से काम कर रही है। एक वक्त था जब गरीबों के पैसे घोटालों की भेंट चढ़ जाते थे। आज भ्रष्टाचार पर पूरा अंकुश है। मॉडर्न अप्रोच के साथ सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर सहित तरीके से जनता का पैसा खर्च हो रहा है। तमाम सुविधाओं का तेज गति से विकास हो रहा है। आज देश आधुनिक विकास की ओर तेज गति से बढ़ रहा है। मौजूदा समय में जरूरत और भविष्य दोनो पर हम काम कर रहे हैं।
मोदी ने यहां बांद्रा के बीकेसी में आयोजित सभा में 38 हजार करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। सड़कों में सुधार, बालासाहेब के नाम से आपला दवाखाना की शुरुआत आदी प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि रेलवे अब मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी का भाग होगा। यह सेवा देश के हर शहर में शुरू करने जा रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में मुंबई का कायाकल्प होने जा रहा है।
कोस्टल रोड, इंदुमिल में बाबा साहेब स्मारक, धारावी पुनर्विकास, ट्रांसहरबर लिंक रोड सब पटरी पर आ रहा है। मुंबई की स्वच्छता को सुधारने का काम भी जोरो में शुरू है। प्रदूषण से लेकर स्वच्छता तक हर समस्या का सॉल्यूशन तलाशा जा रहा है। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर जोर दिया जा है। नदियों को गंदे पानी से बचाने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं।
स्वाभिमान की जड़ी बूटी है।
छोटे छोटे साथियों ने 50 हजार करोड़ का डिजिटल पेमेंट किया है। मनपा के सहारे यहां सवा लाख फेरीवालों को स्वाभिमान योजना का लाभ दिया गया है।
मुंबई में जगह जगह 300 से ज्यादा कैम्प लगाकर उन्हें डिजिटल पेमेंट सिखाया गया, उन्हें अब साहूकार से पैसे लेने की जरूरत नहीं होगी। इससे पहले उन्हें साहूकारों को ब्याज देना पड़ता था। पैसे नहीं बचते थे तो कभी कभी उनके बच्चे भूखे सो जाते थे। आप डिजिटल पेमेंट करिए आपको व्याज नहीं लगेगा। आप 10 कदम चलिए मैं 11 कदम चलूंगा। छोटे छोटे कदमों के सहारे देश ऊंचाइयों को पार करेगा।