ठाणे । ठाणे जिले में नदियों को बहने से रोकने तथा प्रदूषण को दूर करने और उनके और उन्हें पुनर्जीवित करने के लिए क्या उपाय किये जा सकते हैं, इस संबंध में ‘चल जानुया नाडीला’ अभियान के तहत रोड मैप तैयार किया जाए। ठाणे के कलेक्टर अशोक शिंगारे ने आज इस संबंध में सभी विभागों को आज यहां होने वाली अगली बैठक में इस संबंध में कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिये.|
ठाणे कलेक्टर शिंगारे ने कहा कि चला जानुया नाडीला अभियान में जिले के भातसा , उल्हास, वल्धुनी, कुम्भेरी, कामवारी, भारंगी, कनकवीरा, चोर नदी, लेनद नदी शामिल हैं। इन नदियों को पुनर्जीवित करने और उन्हें प्रवाहित करने के लिए एक समयबद्ध कार्यक्रम की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह भी सोचें कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से क्या किया जा सकता है। नदियों की फ्लड लाइन निर्धारित करने के लिए जल संसाधन विभाग को कार्रवाई करनी चाहिए। उस सीमा में अतिक्रमण को हटाने के लिए कानूनी उपाय करने होंगे। नदियों के किनारे उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित जल के प्रबंधन तथा प्रदूषित जल के स्रोतों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।
शिंगारे ने आगे कहा कि नदियों के जल संसाधनों को मजबूत करने के लिए जिला योजना समिति से राशि दी जा सकती है या नहीं, इस संबंध में योजना बनाई जाए। जल संचयन की क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियों को भी क्रियान्वित किया जाए।