मुंबई। पिछले हफ्ते मंत्रालय ( mantralay)में आई एक आलीशान लैम्बॉर्गिनी कार (luxury lamborghini car) की चर्चा अब भी सोशल मीडिया (social media) पर गरमाई हुई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के विधायक रोहित पवार ने इस कार और इसके मालिक के बारे में सोशल मीडिया पर खुलासा किया है। उन्होंने इस कार और इसके मालिक के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
कार के मालिक का नाम कुमार मोरदानी
रोहित पवार ने अपनी पोस्ट में बताया कि 8 जनवरी को यह काली लैम्बॉर्गिनी कार मंत्रालय में दाखिल हुई थी, जिसके बाद कार के मालिक और उसकी मंत्रालय में उपस्थिति को लेकर सवाल उठने लगे। इस कार के मालिक का नाम कुमार मोरदानी है, जिनके और उनके परिवार के नाम पर 50 से अधिक कंपनियां मंत्रालय में पंजीकृत हैं।
धोखाधड़ी के आरोप
पवार ने यह भी आरोप लगाया कि कुमार मोरदानी पर फरवरी 2024 में आर्थिक अपराध शाखा द्वारा धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि जिस प्रोजेक्ट के लिए 19 करोड़ रुपये ग्राहक और 202 करोड़ रुपये बैंकों से उधार लिए गए थे, उस पैसे का इस्तेमाल प्रोजेक्ट पर नहीं, बल्कि अन्य जगहों पर किया गया। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि प्रोजेक्ट में निर्धारित 6 मंजिलों के बजाय 13 मंजिलें बनाई गईं, जो रेरा कानून का उल्लंघन है।
पनवेल भूमि घोटाला
रोहित पवार ने पनवेल के 116 एकड़ जमीन के मामले का भी जिक्र किया, जो पहले सरकार के पास थी, लेकिन अब कुमार मोरदानी के कब्जे में है। यह जमीन लगभग 700 करोड़ रुपये की बताई जा रही है। पवार ने आरोप लगाया कि मोरदानी इस फाइल को पास कराने के लिए किसी बड़े मंत्री से मिलने आया था।
राजनीतिक हलचल
रोहित पवार के इस खुलासे के बाद राज्य में राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं। अब सवाल उठता है कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाएगी और इस मामले की जांच के लिए कौन से कदम उठाए जाएंगे।
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