जो इंडिया / मुंबई:
रेल यात्रा के दौरान मोबाइल चोरी की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में यह चोरी को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह नई प्रणाली आरपीएफ को दूरसंचार विभाग के आईएमईआई डेटाबेस से जोड़ती है। यात्री अपने खोए या चोरी हुए मोबाइल की जानकारी ‘रेल मदद’ ऐप के माध्यम से या हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करके दे सकते हैं। इसके अलावा यात्री ‘सीईआईआर’ पोर्टल पर फॉर्म भर सकते हैं। इस प्रक्रिया के आधार पर आरपीएफ यात्री का गुम हुआ मोबाइल ट्रैक कर सकेगी। अगर कोई व्यक्ति उस मोबाइल में नया सिम कार्ड डालकर उसे चालू करता है, तो आरपीएफ को तुरंत अलर्ट मिल जाएगा। इसके बाद आरपीएफ संबंधित व्यक्ति को निकटतम पुलिस स्टेशन में मोबाइल जमा करने का निर्देश दे सकती है। यदि वह व्यक्ति समय पर मोबाइल जमा नहीं करता, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, ऐसा आरपीएफ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है।
पश्चिम रेलवे पर व्यापक अभियान की शुरुआत
नई प्रणाली को लेकर रेलवे और आरपीएफ के कर्मचारियों-अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है और यात्रियों के बीच जागरूकता भी फैलाई जा रही है। पश्चिम रेलवे रूट पर इस प्रणाली को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। पिछले दो महीनों में कई यात्रियों के मोबाइल फोन वापस मिल चुके हैं। रेलवे सुरक्षा बल, मुंबई मंडल के सुरक्षा आयुक्त रजत कुंडगीर ने अपील की है कि जैसे ही मोबाइल फोन खोए या चोरी हों, यात्री तुरंत आरपीएफ से संपर्क करें।