मुंबई। फर्जी प्रमाणपत्र(Fake Certificate)का इस्तेमाल कर महाराष्ट्र सरकार के राशनिग विभाग(Rationing Department, Government of Maharashtra)का ठेका हांसील किए जाने का खुलासा हुआ है। इस संदर्भ मे शिकायत के बाद राशनिग विभाग के अधिकारियों द्वारा अब ठेकेदार को बचाने की कोशिश की जाने लगी है। इस संदर्भ मे लोकयुक्त से शिकायत के बाद अब जांच शुरू कर दी गई है।
बतादे कि मुलुंड के आकाश ग्राहक सहकारी संस्था मर्यादित को ठाणे जिले मे राशनिग सप्लाई का ठेका 2021 मे दिया गया है। इस संदर्भ मे आरटीआई के माध्यम से मांगी गई जानकारी मे खुलासा हुआ कि आकाश ग्राहक सहकारी संस्था सिर्फ मुलुंड टी विभाग तक मर्यादित है लेकिन राशनिग विभाग का ठेका हांसील करने के लिए सर्टिफिकेट पर संस्था का कार्यक्षेत्र मुंबई ओर ठाणे जिला तक मर्यादित होने का लिखा गया। इसके बाद उसे राशनिग विभाग पर अपलोड कर ठेका हांसील किया गया है। इस का खुलासा होने के बाद सबसे पहले राज्य राशनिग विभाग को शिकायत किया गया। शिकायत के बाद मंत्रालय अन्न नागरी पुरवठा ग्राहक संरक्षण विभाग की कक्ष अधिकारी डॉ अंजली पाटील द्वारा जांच कर पाया कि फर्जी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया गया है इस संदर्भ मे आकाश सहकारी संस्था से तीन दिन मे खुलासा करने के लिए कहा गया। लेकिन इस संदर्भ मे किसी भी तरह का खुलासा नहीं किया गया। जिसके बाद राशनिग विभाग द्वारा कार्रवाई करने का सिफारिश किया गया था। लेकिन राशनिग विभाग के अधिकारियों द्वारा छह महीने बाद इस मामले मे अभी तक किसी भी तरह से कार्रवाई नहीं किया गया है। सूत्रों की माने तो ठेकेदार को बचाने की कोशिस की जा रही है। इसके लिउए मामल एमे अब एड कैलाश लोकरे ने लोकयुक्त के पास शिकायत कर इस मामले मे 15 दिन मे कार्रवाई करने की मांग की थी। कार्रवाई नहीं होने पर कोर्ट मे याचिका दाखिल करने की बात कही थी। इस मामले मे अब लोकयुक्त ने राज्य सरकार के अन्न नागरी पुरवठा ग्राहक संरक्षण विभाग से रिपोर्ट मंगाई है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाने वाली है।