मुंबई। मुंबई रेलवे पुलिस(Mumbai railway police)ने आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को सूचित किया है कि घाटकोपर होर्डिंग घटना में वर्तमान में पुलिस हिरासत में चल रहे भावेश भिंडे की मेसर्स ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने अप्रैल 2024 से होर्डिंग घटना तक 21.94 लाख रुपये का बकाया नहीं चुकाया है।
आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगलीने मुंबई रेलवे पुलिस से मेसर्स एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड(Mumbai Railway Police to M/s Ego Media Pvt. Ltd.) द्वारा घाटकोपर और दादर में होर्डिंग्स के भुगतान और लंबित किराए के बारे में पूछा था। मुंबई रेलवे पुलिस ने लगभग एक महीने बाद आवेदन का जवाब दिया और बकाया राशि के बारे में जानकारी दी। जून 2022 से मार्च 2024 तक मेसर्स एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 2 करोड़ 81 लाख 74 हजार 29 रुपये का भुगतान किया। 13,31,200 प्रति माह फीस निश्चित है। मार्च 2024 की फीस 10 लाख रुपये दो चेक से जमा की गई। पहला चेक 6 मई 2024 का और दूसरा चेक 7 मई 2024 का था। मार्च 2024 माह का 3 लाख 31 हजार 200 रुपये का भुगतान नहीं किया गया है. अप्रैल 2024 की फीस का भी भुगतान नहीं किया गया है. 13 मई को घटना तक कुल 21 लाख 94 हजार 880 रुपये बकाया है।
दादर का 16 लाख बकाया
दादर रेलवे कॉलोनी में होर्डिंग फीस का भुगतान भी मेसर्स ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बकाया है। फरवरी 2024 से 12 मई 2024 तक का बकाया 16 लाख 4 हजार 936 रुपये है। यहां की फीस 5 लाख 29 हजार 100 रुपये प्रति माह है।
फीस के भुगतान में देरी
मेसर्स ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा जारी चेक से यह साफ हुआ कि हर बार फीस भुगतान में देरी हुई। इसके बावजूद मुंबई रेलवे पुलिस ने लंबित राशि पर कोई ब्याज न लेकर मेसर्स एगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर मेहरबानी की है। यह आरोप अनिल गलगली का है।