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फर्जी कंपनियों के सहारे 238 करोड़ जीएसटी की चोरी

माल एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग ने 27 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी मामले में एक 26 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।जीएसटी विभाग ने फर्जी तरीके से आईटीसी का लाभ और जीएसटी रिफंड का दावा करने वाली कंपनियों के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया है। अधिकारी के अनुसार, जांच में पाया गया कि गिरफ्तार व्यक्ति ने गैर-प्रमाणित कंपनियों को बैंक खाते खोलने और परिचालन शुरू करने में मदद की थी और इस तरह 238 करोड़ के नकली बिल जारी किये थे। इन कंपनियों ने 34 करोड़ रुपये से अधिक के आईटीआर का लाभ उठाया और 27.20 करोड़ रुपये के फर्जी जीएसटी रिफंड का दावा किया था।एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

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वाराणसी से मुंबई में कफ सिरप की तस्करी एनसीबी ने किया अंतराज्यीय ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ मुख्य आरोपी सहित पांच गिरफ्तार 13248 बोतल किए जब्त मुंबई | प्रतिबंधित कोडीन आधारित कफ सिरप की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ मुंबई एनसीबी ने किया | इस गिरोह के मुख्य सरगना सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर 13 हजार 248 कफ सिरप की बोतल बरामद की हैं | विशेष की इसे वाराणसी से पुणे ट्रेन से भेजकर मुंबई के अलग अलग भागों में तस्करी जा रही थी | पिछले कुछ वर्ष से प्रतिबंधित कोडीन आधारित कफ सिरप का इस्तेमाल किया जा रहा है | इसके लिए तस्करो द्वारा कई हथकंडे अपनाए जा रहे है | मुंबई एनसीबी को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग उत्तर प्रदेश के वाराणसी से ट्रेन के माध्यम से पुणे कोडीन कफ सिरप की तस्करी किया जा रहा है | इस जानकारी के आधार पर एनसीबी ने 13 हजार 248 कफ सिरप की बोतल बरामद करते हुए मुख्य आरोपी सहित पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया | तस्करी के लिए फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल एनसीबी की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी कफ सिरप की खेप मूल रूप से उत्तर प्रदेश के वाराणसी से नकली पते और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मुगलसराय स्टेशन से महाराष्ट्र के पुणे लाई जाती थी । उसके बाद अलग-अलग माध्यम से स्थानीय तस्करों के जरिए इसे मुंबई सहित राज्य के अलग अलग जगहों पर भेजा जाता था | एनसीबी सूत्रों की माने तो गिरफ्तार मुख्य सरगना का मुंबई में मेडिकल की दुकान है |लेकिन इसकी भनक इस गिरोह के किसी भी सदस्य को नहीं लगने दी है | इस गिरोह के जुड़े सदस्य भी मुख्य सरगना को नहीं पहचानते थे | सिर्फ व्हाट्सप्प या अन्य सोशल माध्यम से संपर्क में रहते हुए इस तस्करी को अंजाम दे रहे थे |इस गिरोह के पांच लोगो को गिरफ्तार किया जा चूका है कुछ और लोगो की गिरफ़्तारी होने की संभावना जताई जा रही है |

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