मुंबई। मुंबई में गणेशोत्सव(Ganeshotsav)हर वर्ष धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन कोरोना काल मे यह पर प्रभावित हुआ। अब कोरोना काल के बाद फिर से गणेशोत्सव को लेकर गणेश भक्तों में खूब उत्साह है। मनपा ने भी कुछ पाबंदियों के साथ लोगों को खुलकर गणेशोत्सव मनाने की गाइडलाइन जारी की है। सितंबर में होने वाले गणेशोत्सव त्योहार में मनपा ने पीओपी की मूर्तियों पर पाबंदी लगाया है। इतना ही नहीं घर घुती मे 4 फुट तक मूर्तियों को सशर्त अनुमति है। 4 फुट तक के प्रत्येक मूर्ति मिट्टी की बनी होनी चाहिए।
बतादें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुंबई में गणेशोत्सव के लिए सख्त गाइडलाइन जारी किया गया है। मनपा के अनुसार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी इस मामले पर निर्देश दिया है। इस लिए इस बार पर्यावरणपूरक गणपति बप्पा को लाने की अपील सभी से की गई है। पीओपी के गणपति बप्पा के मूर्तियों पर पाबंदी लाई गई है।
मिट्टी के बप्पा की मूर्ति के लिए मिलेगा प्रोत्साहन
यहां मिट्टी के गणेश मूर्ति बनाने के लिए मूर्तिकारों को खुला स्थान प्रदान किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक वार्ड में मिट्टी की गणपति लाने वाले मंडलों के शुल्क में भी माफी दी जाएगी। ऐसी घोषणा की गई है। साथ ही पिछले साल के गणेशोत्सव के दौरान गणेशोत्सव मंडलों की ओर से जमा की गई फीस और जमा राशि को अगले 7 दिनों के भीतर वापस करने का निर्देश भी दिया है।
इस वर्ष गणेशोत्सव 2023 के लिए मनपा ने घरगुती बप्पा की ऊंचाई 4 फीट तय की है। साथ ही हरित व पर्यावरण पूरक गणपति के मूर्ति के लिए प्रोत्साहन दिया है। गणेशोत्सव को लेकर मनपा आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों की बैठक में स्पष्ट हुआ कि गणेशोत्सव को लेकर तैयारियां अभी से शुरू की जाएं। महामार्ग पर 6 नए शौचालय बनाने का आदेश दिया गया। शहर में हिन्दुहॄदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे स्वास्थ्य केंद्र की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया।