मुंबई । हार्बर रेलवे मार्ग पर रात के समय कुछ स्टेशनों का संचालन राम भरोसे हो रहा है। रात 10 बजे के बाद इमरजेंसी में मदद के लिए ना स्टेशन मास्टर (railway) होते है और नाही इमरजेंसी सुविधा (Emergency medical help), इसका खुलासा शनिवार रात को हुए एक घटना के बाद हुआ है । खार रेलवे स्टेशन ( khar परrailway station) पर रात बजे के करीब एक महिला यात्री गिर गई। मदद के लिए 108 पर कॉल भी किया गया । इसके बावजूद लगभग एक घंटे तक मदद नही मिल पाई। आखिरकार जीआरपी के एक जवान ने बिना देरी किए ऑटो से महिला को अस्पताल में भर्ती कराकर उसकी जान बचाई है।
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जानकारी अनुसार शनिवार रात दस बजे के करीब खार रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म एक पर एक महिला लोकल ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़ी । तभी उसका हाथ छूटने से प्लेटफार्म पर गिर गई। जिसमे महिला का सिर फट जाने से खून बह रहे थे। इस दौरान स्टेशन पर मौजूद जीआरपी जवान संजय महाडिक को जानकारी होते ही महिला के मदद के लिए दौड़े आया । महिला को अस्पताल ले जाने के लिए 108 पर कॉल किया । लगभग आधे घंटे से अधिक समय तक महिला स्टेशन पर मदद के लिए तड़पती रही लेकिन एंबुलेंस और स्टेशन मास्टर नहीं पहुंचे । इस के बाद जीआरपी जवान ने बिना देरी किए। ऑटो से महिला को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। जीआरपी जवान के इस कार्य को लेकर यात्रियों द्वारा वाह वाही की जा रही है । वही रात के समय स्टेशन मास्टर के नही होने और इमरजेंसी मेडिकल सुविधा नही होने से नाराजगी व्यक्त की जा रही है। रेलवे एक्टिविस्ट समीर झवेरी ने बताया कि खार स्टेशन की तरह कई स्टेशनों पर रात के समय इमरजेंसी मेडिकल रूम बंद कर दिए जाते है जब की 24 घंटे इमरजेंसी सुविधा चालू रखा जाना चाहिए। बंद होने के कारण घायल यात्रियों को मदद में काफी समस्या होती है । इसे रेलवे प्रशासन को गंभीरता से लेनी चाहिए ।इस संदर्भ में मध्य रेलवे के जन संपर्क अधिकारी को फोन कर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई । लेकिन कोई जवाब नही मिला ।