मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी(Economic capital of the country)के रूप में पहचानी जाने वाली मायानगरी मुंबई (Maya City Mumbai)में बाबा सिद्दीकी हत्या कांड(baba siddiqui murder case)को लेकर अब एकबात फिर से गैंगबाजी तेज हो गई है है। बिश्नोई गैंग में यह हत्या कर अंडरवर्ल्ड की यादें ताजा कर दी है। लगभग 22 साल बाद किसी गैंग के द्वारा खुलेआम गोलीबार कर बड़े नेता की हत्या जैसे घटना को अंजाम दी गई। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद मुंबई में एक बार फिर गैंग सक्रीय होने का चर्चा जोर पकड़ लिया हैं। दाऊद के बाद अब लॉरेंस गिरोह द्वारा आर्थिक नगरी मुंबई पर कब्ज़ा करने की कोशिश की जा रही हैं। इसी वजह से सलमान खान ,शाहरुख़ खान और कई व्यवसायिओं को धमकी दिए गए। सिर्फ मुंबई ही नहीं तो दिल्ली में भी बिश्नोई गैंग का आतंक फ़ैल गया है। बिश्नोई गैंग के बढ़ते दबदबे को देखते हुए दाऊद गिरोह के गुर्गे अब बिश्नोई गैग में शामिल होने लगे है। सूत्रों की माने टाए दाऊद के लिए असलाह सप्लाई करने वाले बड़े गिरोह अब बिश्नोई के साथ जुड़ गए है।
शस्त्र सप्लाई और इंटरनेशनल कनेक्शन
इस गैंग को शस्त्रों की सप्लाई मध्य प्रदेश, यूपी, बिहार और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों से होती है। इसके अलावा, उन्हें पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, कनाडा और नेपाल से भी हथियारों की आपूर्ति होती है। एनआईए ने हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ समेत 16 अपराधियों के खिलाफ यूएपीए के तहत अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। जिसमे इसका खुलासा भी किया था। यह हथियार सप्लाई में शामिल गुर्गे पहले दाऊद के लिए काम करते थे| लेकिन दाऊद के कमजोरी का फायदा अब बिश्नोई को हो रहा है।
बतादें लॉरेंस बिश्नोई का नाम भारत के सबसे कुख्यात गैंगस्टरों में से एक बन चुका है। फाजिल्का, पंजाब में जन्मा लॉरेंस बिश्नोई अपने कॉलेज के दिनों में ही अपराध की दुनिया में कदम रख चुका था। आज उसकी गैंग का नेटवर्क सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि सात समंदर पार भी फैला हुआ है।
गैंग का संगठन और संचालन
लॉरेंस बिश्नोई की गैंग का संचालन बेहद संगठित तरीके से किया जा रहा है। उसकी गैंग में विभिन्न क्षेत्रों को संभालने के लिए अलग-अलग गैंगस्टरों को जिम्मेदारी दी गई है। ये गैंगस्टर अपने-अपने जोन में रेवेन्यू जनरेट करने और अपराध की गतिविधियों को अंजाम देने के काम में लगे रहते हैं। इस रेवेन्यू से गैंग को फंडिंग की जाती है और अपराध का साम्राज्य चलता है।
साबरमती जेल से संचालन
हालांकि लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल साबरमती जेल में बंद है, लेकिन वह वहीं से अपनी गैंग को मैनेज कर रहा है। गैंग के सभी जोन की जानकारी और गतिविधियों की रिपोर्ट सीधे उसके पास पहुंचाई जाती है। वह अपने गुर्गों को निर्देश देने और रणनीतियां बनाने में सक्रिय रहता है।
गैंग की प्रमुख गतिविधियां
लॉरेंस बिश्नोई गैंग की प्रमुख गतिविधियों में रंगदारी वसूलना, सुपारी लेकर हत्याएं करना, हथियारों की तस्करी और मादक पदार्थों का व्यापार शामिल है। गैंग पर आरोप है कि वह बड़े व्यवसायियों, फिल्मी सितारों, और अन्य हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों से फिरौती मांगने में भी शामिल है।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से चर्चा में
हाल ही में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के कारण लॉरेंस बिश्नोई गैंग एक बार फिर सुर्खियों में आई। इस घटना ने लॉरेंस की गैंग के खतरनाक इरादों और उसके नेटवर्क की गहराई को उजागर किया है। लॉरेंस बिश्नोई की कहानी यह दर्शाती है कि कैसे एक छोटे से कस्बे से निकला व्यक्ति संगठित अपराध की दुनिया में इतना बड़ा नाम बना सकता है। कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस पर कार्रवाई करने में जुटी हैं, लेकिन इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करना अब भी एक बड़ा सवाल है।
सोशल मीडिया से गुर्गो की भर्ती
हाल ही में एनआईए ने चार्जशीट में खुलासा किया था कि बिश्नोई गैंग के पास 700 से अधिक शूटर्स हैं, जिनमें से 300 का संबंध पंजाब से है। बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब का इस्तेमाल करके अपना प्रचार किया और अपने नेटवर्क का विस्तार किया। बिश्नोई गैंग ने 2020-21 के दौरान फिरौती के जरिए करोड़ों रुपये कमाए, जिसे हवाला के जरिए विदेश भेजा गया। पिछले महीने बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल गुर्गे में सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में आये थे |