जो इंडिया / मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde, former minister and current MLA of Maharashtra) की राजनीतिक राह अब और कठिन होती जा रही है। उनकी पत्नी करुणा शर्मा-मुंडे ने अब सीधे उनकी विधायक पद की सदस्यता को चुनौती दी है। माझगांव कोर्ट में दाखिल नई याचिका में करुणा ने न सिर्फ संपत्ति बेचने पर रोक की मांग की है, बल्कि 60 लाख रुपये की बकाया राशि की वसूली के लिए भी कार्रवाई की माँग की है।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि धनंजय मुंडे और उनके समर्थकों द्वारा उन्हें धमकियाँ दी जा रही हैं, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा है। इसीलिए उन्होंने कोर्ट से मांग की है कि जब तक मामला लंबित है, मुंडे कोई संपत्ति न बेचें और न ही किसी तीसरे पक्ष को उसमें हस्तक्षेप करने दिया जाए। अदालत ने मुंडे को इस मामले में 6 जून तक लिखित जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।
पिछले फैसले ने बढ़ाई उम्मीद
कुछ ही दिन पहले माझगांव कोर्ट ने धनंजय मुंडे की एक याचिका खारिज करते हुए करुणा शर्मा के पक्ष में निर्णय सुनाया था। इसके बाद करुणा ने कहा था, “सामने कोई भी हो, अगर आप सच के साथ हैं तो जीत पक्की है।” उनका दावा है कि आने वाले महीनों में मुंडे की विधायकी भी जा सकती है।
वकील की पुष्टि
करुणा के वकील चंद्रकांत ठोंबरे ने बताया कि उन्होंने अदालत में दो अर्ज़ियाँ दी हैं — एक में संपत्ति के लेन-देन पर रोक की मांग है, और दूसरी में बकाया मुआवज़े की वसूली। साथ ही धमकियों के मुद्दे पर भी कार्रवाई की मांग की गई है।
राजनीति में नई हलचल
यह मामला न केवल मुंडे परिवार तक सीमित है, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में भी हलचल पैदा कर रहा है। अगर विधायकी रद्द होती है, तो यह राज्य की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम साबित हो सकता है।